________________
- शब्दमाला . २२९ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . बहुला स्त्री १०९ कृत्तिका नक्षत्र बाल पुं ३५२ मूर्ख, अज्ञानी . 'बहुलीकृत'पुं ११८३ छोडां विनानुं अनाज | बाल पुं १२१९ पांच वर्षनो हाथी बहुवर्णपुष्पवृष्टि पुं ६३ अरिहंतनो १६मो | बालक्रीडनक न. ६८८ गेडी, बालकोने __ अतिशय, पंचवर्णी फुलोनी वृष्टि
रमवानुं साधन बहुविध पुं १४६९ घणा प्रकारच् | बालगर्भिणी स्त्री १२७० प्रथम गर्भिणी बहुशृङ्ग पुं २१९ (शे. ७२) कृष्ण
थयेली गाय बहुसूति स्त्री १२६८ घणी वखत प्रसव (बालगर्भिणी) स्त्री १२६६ बाल्य वयमां करनारी गाय .
गर्भवती थयेली गाय बाढ न. १५०५ घणुं अतिशय |बालचर्य पुं २०९. (शे. ६३) कातिकेय बाण पुं २२१ विष्णुनो वध्य असुर . बालमूषिका स्त्री १३०१ नानो उंदर बाण पुं न. ७७८ बाण, तीर 1. ७८ बाण, तार
बालसन्धाभ स्त्री. १३९३ कंईक रातो वर्ण (बाणजित्) पुं २२१ कृष्ण ... | बालसात्म्य न. ४०४ (शे. ९८) दूध (बाणधि) पु ७८२ बाण राखवा- भाएं | बाला स्त्री ३३३ कन्या, कुमारी बाणपुर न. ९७७ बाणासुरनुं नगर बालिका स्त्री ६५६ वाली, कान- भूषण बाणमुक्ति पुं७८० धनुष्यमांथी बाण, छोडवू ते | बालिनी स्त्री १०८ अश्विनी नक्षत्र बाणासन न. ७७६ पणछ, धनुष्यनी दोरी | बालिश पुं ३५१ मूर्ख बादर न. ६६९ कपासमांथी बनेलं वस्त्र | बाल्य न. ३३९ बाल्यावस्था बादर पुं ११३७ कपासनो छोड बाष्प पुं.म. ३०७ आंसु बादरायण पुं८४७ व्यास ऋषि .. | बाष्प पुं न. ११०२ गरमी बाध पुं १३७१ (शि. १२५) दुःख | बाहु पुं स्त्री ५८९ भुजा, हाथ बाधा स्त्री १३७१ दुःख
बाहुचाप पुं ६०० (शे. १२५) वांभ, बंने बान्धकिनेय पुं ५४८ व्यभिचारिणी
हाथ आडा लांबा करे तेटली लंबाइ स्त्रीनो पुत्र
बाहुत्राण न. ७६९ हाथ- बख्तर बान्धव पुं ५६१ स्वजन ।
बाहुदन्तेय पुं १७२ इन्द्र बाभ्रवी स्त्री २०५ (शे. ४९) पार्वती बाहुदा स्त्री १०८६ बाहुदा नदी बार्हस्पत्य पुं ८७२ नास्तिक (चार्वाक) | बाहुभूषा स्त्री ६६२ बाजुबंध, कडु बाल पुं ३३८ बालक
। (बाहुयुद्ध) न.७९९ भुजा वडे युद्ध करवू ते