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शब्दमाला . १८७ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ .. शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ पताकिन् पुं ७६४ निशानवाळो, पत्रपरशु पुं ९२० धातु के पांदडा धजाने धारण करनार
कापवानी छीणी पताकिनी स्त्री ७४६ लश्कर
पत्रपाल पुं ७८४ लांबो छरो पति पुं ४ (प.) आ शब्द लगाडवाथी (पत्रपाली) स्त्री ७८१ बाणना पुखमां स्वामिवाचक शब्द बने छे
रहेला गीध वगेरेनां पीछां पति पुं ३५९ स्वामी, नायक
पत्रपाश्यास्त्री ६५५ ललाटर्नु आभूषण, दामणी पति पुं ५१६ पति, वर .
पत्रफला स्त्री ७८४ (शे. १४८) लांबो छरो पतिंवरा स्त्री ५११ जाते वरने पसंद करनार स्त्री | पत्रभङ्ग स्त्री ६५५ स्त्रीओनां गाल स्तन पतित पुं ८०६ पडेलो
वगेरे उपर कस्तूरी आदिथी करेली वेल पतित न. १४९० पडी गयेखें, गळेलुं (पत्रभङ्गी) ६५५ स्त्रीओनां गाल स्तन पतिवनी स्त्री ५३० सधवा स्त्री
वगेरे उपर कस्तूरी आदिथी करेली वेल पतिव्रता स्त्री ५२७ पतिव्रता स्त्री पत्रमंजरी स्त्री ६५५ (शि. ५३) स्त्रीओनां गाल पत्तन न. ९७१ नगर, मुख्य शहेर | स्तन वगेरे उपर कस्तूरी आदिथी करेली वेल (पत्तन) न. ९७२ ५० गामोमां श्रेष्ठ नगर | पत्ररथ पुं १३१६ पक्षी पत्ति पुं ४९८ पगे चालनार, पाळो प त्रल ४०६ पातळु दहीं, छास पत्ति स्त्री ७४८ सेना विशेष - १ हाथी, १ | पत्रलता स्त्री ६५५ स्त्रीओनां गाल स्तन वगेरे
रथ, ३ घोडा, ५ पायदळवाळु सैन्य उपर कतूरी आदिथी करेली रचना पत्ति स्त्री ७५१ पदाति, पाळो .. पत्रलेखा स्त्री ६५४ स्त्रीओनां गालस्तन उपर पत्नी स्त्री ५१२ परणेली स्त्री
. 'कस्तूरी आदिथी करेली रचना पत्र पुं. न. ७५९ सर्वजातनां वाहन, रथ, | पत्रवल्लरी स्त्री ६५५ (शि. ५३) स्त्रीओनां
हाथी, घोडा वगेरे | गाल स्तन उपर कस्तुरी आदिथी करेली रचना पत्र पुं न. ११२३ पादहूं।
पत्रवल्लि स्त्री ६५५ स्त्रीओनां गालस्तन वगेरे पत्र न. ११८३ (लींबडा वगेरेनां) पान .
उपर करेली रचना पत्र न. १३१७ पक्षीनी पांख
(पत्रवल्ली) स्त्री ६५५ स्त्रीओनां गाल स्तन पत्र न. ७८४ (शे..१४७) छरो । . वगेरे उपर कस्तुरी आदिथी करेली रचना पत्रणा स्त्री ७८१ पक्षनुं बाण स्कंध उपर | पत्रवाह पुं ७७८ बाण
. स्थापq ते . | पत्राङ्ग न. ६४२ रक्त चंदन, रतांजळी