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अभिधानचिन्तामणिनाममाला . १८६ .
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ (पटचोर) पुं ३८१ चोर. .. पण्डित पुं३४१ विद्वान पटच्चर न. ६७८ जीर्ण वस्त्र पण्डु पुं ५६२ (शि. ४५) नपुंसक पटल त्रि. १०१० छापरुं ।
पण्य न. ८७१ खरीदवा योग्य पटल स्त्री न. १४११ समूह, समुदाय पण्यवीथिका स्त्री ९८८ (शि. ८५) बजार पटवासक पुं६३७ अबील, कंकुम, केशर पण्यवीथी स्त्री ९८८ (शि. ८५) बजार
चूर्ण वि. सुगंधी चूर्ण | पण्यशाला स्त्री १००२ हाट, दुकान पटह पुं न. २९४ नगारुं, दुंदुभि |पण्याङ्गना स्त्री ५३२ गणिका, वेश्या पटह पुं न. ७९९ युद्धनो पटह, ढोल, युद्ध | पण्याजीव पुं. ८६७ वेपारी
वाजींत्रनो ध्वनि पतग पुं १३१६ पक्षी पटाका स्त्री ७५० (शि. ६४) धजा पतङ्ग पुं ९५ सूर्य पटु पुं ३४३ प्रवीण, होशियार प तंङ्ग पुं १२१३ पतंगियु, तीड पटु पुं ३८४ दक्ष, कार्य कुशळ पतङ्ग १३१६ पक्षी पटु पुं ४७४ नीरोगी .
(पतङ्ग) न. ६४२ रक्त चंदन, रतांजळी पटु पुं १३८५ अत्यंत गरम, उष्ण, स्पर्श | पतङ्गिका स्त्री १२१४ बगतरा, पतंगियाना पटोलिका ११८८ पटोळ
जेवी नानी माखी पट्ट न. १०४१ (शे. १६०) सीसुं पतञ्जलिपुं८५१ पतंजलि ऋषि, महाभाष्यकार पट्टन न. ९७२ (शि. ८५) नगर | पतत् पुं १३१६ पक्षी पट्टिस पुं ७८७ शस्त्रनो एक प्रकार । | पतत्र न. १३१७ पक्षीनी पांख (पट्टिश) पुं ७८७ शस्त्रनो एक प्रकार पतत्रि पुं १३१७ (शि. ११७) पक्षी पण पुं ३६२ पगार, मूल्य, मजूरी पतत्रिन् पुं १३१६ पक्षी पण पुं ४८६ जुगार
पतदग्रह पुं६८३ पिकदानी, धुंकवानुं पात्र, पणव पुं २९४ (श. ८४) ढोल, वाद्यविशेष
पातलं पणाङ्गना स्त्री ५३२ गणिका, वेश्या । | पतदग्राह पुं६८३ पिकदानी, धुंकवानुं पात्र, पणास्थिक पुं १२०६ कोडी
पातलं पणितव्य न. ८७१ खरीदवा योग्य पतयालु पुं ४४५ पडनार पण्ड पुं ५६२ नपुंसक
पताका स्त्री ७५० धजा पण्डा स्त्री ३१० तत्त्वने अनुसरनारी बुद्धि | पताकादण्ड, पुं ७५० (शि. ६५) धजा