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अभिधानचिन्तामणिनाममाला . १७० शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ नग्नह पुं९०५ सुराबीज, जेमांथी मध बने छे | नदीमातृक पुं. ९५५ नदीना पाणीथी नग्नहू पुं ९०४ सुराबीज
अनाज उत्पन्न थाय तेवो देश नग्ना स्त्री ५३४ नग्न स्त्री
नंदीश पुं १०७३ समुद्र । (नग्निका) स्त्री ५३४ नग्न स्त्री नदीष्ण पुं३४३ (शे. ९३) प्रवीण, होशियार, निपुण नग्निका स्त्री ५१० ऋतु नहि प्राप्त थयेल कन्या | | 'नदीसर्ज' पुं ११३५ अर्जुन वृक्ष . नट पुं न. ३२९ नट
नद्ध पुं ४३८ बंधायेलो, केदी । नटन न. २८० नृत्य, नाच • नधी स्त्री ९१५ चामडीनी दोरी, वाधरी नटमण्डन न. १०५९ हरतालं . नद्यम्बुजीवन पुं. ९५५ नदीना पाणीथी नटीसुत पुं ५४८ नटीनो पुत्र
__ अनाज उत्पन्न थाय तेवो देश नड पुं न. ११९३ बरु
ननन्दः स्त्री ५५४ नणंद . नडकीय पुं. ९५४ घणा नडतृणवाळो के | ननान्दृ स्त्री ५५४ नणंद
बरुवाळो देश ' | ननुच अ. १५४२ विरुद्ध बोलवामां नडप्राय पुं. ९५४ घणा नडतॄणवाळो के
वपरातो अव्यय बरुवाळो देश | नन्दक पुं २२२ विष्णुनी तलवार 'नडमीन' पुं १३४६ तृणचारी मच्छ . नन्दन न. १७८ इन्द्रनुं उद्यान (नडि) स्त्री ६३१ नाडी
नन्दन पुं ५४१ पुत्र 'नडिनी' स्त्री ११६० कमळनो वेलो नन्दन पुं ६९८ ७मो बळदेव नड्वत् पुं. ९५४ घणा नडतृण के नन्दन पुं ११९७ स्थावर विष बरुवाळो देश
(नन्दना) स्त्री ५४२ पुत्री नड्वल पुं. ९५४ घणा नडतृण के नन्दपुत्री स्त्री २०५ (शे. ५२) पार्वती बरुवाळो देश
नन्दयन्ती स्त्री २०५ (शे. ५८) पार्वती नत न. त्रि. १४५६ वक्र, वांकुं | नन्दा स्त्री ४०-१०मा तीर्थंकरनी माता (नतनासिक) पुं ४५१ चिपटा नाक वाळो | नन्दा स्त्री २०५ (शे. ५८) पार्वती नद पुं १०९० मोटी नदी, नद, द्रह नन्दिघोष पुं ७१० (शे.१३९) अर्जुननो रथ नदी पुं १०७९ नदी
नन्दिन् पुं २१० शंकरनो नंदीगण नदीज पुं १०५५ हीराकसी, माक्षिक धातु | नन्दिन् पुं ३३० नान्दी पाठक, पूर्वरंगना नदीभव न. ९४१ सैंधव मीठं
अंगने कहेनार