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शब्दमाला . १५१ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ दभ्र न १४२६ नानू, थोडं
दर्दुरा स्त्री २०५ (शे ६०) पार्वती दम पुं ७३६ दंड
दर्दुण पुं ४५९ दादरवाळो (रोगी) (साम आदि ४ मांथी ४ थो उपाय) | दरोगिन् पुं ४५९ दादरवाळो (रोगी) दमन ११ (प) वध्यथी जोडवा योग्य शब्द | दर्प पुं ३१७ अभिमान दमुनस् पुं १०९७ अग्नि
दर्पक पुं २२७ कामदेव दमूनस् पुं ११०० (शि.९९) अग्नि दर्पच्छिद् ११ (प) वध्यथी जोडवा योग्य शब्द दम्पती पुं ५१९ पति-पत्नी
| जेम के - पुरदर्पच्छिद् - शिव दम्भ पुं ३७८ छळ, कपट
दर्पण पुं ६८४ दर्पण, आरीसो दम्भचर्या स्त्री ३७९ दंभपूर्वक चालवू ते |दर्भ पुं ११९२ दर्भ, डाभ दम्भोलि पुं १८० वज्र
दवि स्त्री १०२१ कडछी (दम्भोलि) पुं १०६५ हीरो
(दर्वि) स्त्री १३१५ सापनी फेण दम्य पुं १२६० मोटो वाछरडो, दर्वी स्त्री १३१५ सापनी फेण
पलोटवा योग्य बळद | दर्वी स्त्री ८३६ घी होमवानी कडछी, चाटुडी दया स्त्री ३६९ दया, अनुकंपा 'दर्वी' स्त्री १०२१ कडछी दयाकूर्च पुं २३४ बुध, सुगत
दर्श पुं. १५० अमास दयालु पुं ३६८ दयाना परिणामवाळो . दर्वीकर पुं १३०४ सर्प, नाग दयित पुं ५१६ वहालो, पति, वर | दर्श पुं ८२३ कृष्ण पक्षने अंते थतो यज्ञ दयिता स्त्री ५१५ वहाली, पत्नी , दर्शन न ५७५ आंख, नेत्र दर पुंन ३०१ भय,
दर्शन न ५७७ जोर्बु ते भयानक रसनों स्थायीभाव दर्शयामिनी स्त्री १४३ अमासनी रात दर त्रि १३६४ छिद्र, भूमिनो खाडो दर्शित न १४७८ बतावेलु, प्रगट करायेखें दरित पुं ३६५ बीकणं
दल पुं न ११२३ पत्र, पांदडुं दरिद्र पुं ३५८ निर्धन, गरीब
दल न. १४३४ ककड़ो, टूकड़ो दरी स्त्री १०३३ कृत्रिम गुफा
दलस्त्रसा स्त्री ११२४ पांदडानी नस दर्दर पुं २९४ (शे ८४) वाद्य विशेष दलि. स्त्री ९७० माटी, ढे दर्दर न २८७ मृदंग, ढोल, आदि दलिक न ११२२ काष्ठ, लाकडं दर्दुर पुं १३५४ देडको
| दलित न ११२८ खीलेलं (पुष्प)