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अभिधानचिन्तामणिनाममाला . १५२ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ (दली) स्त्री ९७० माटी ढे' दशाह पुं २३३ बुद्ध, सुगत दल्मि पुं १७२ इन्द्र
दशावतार पुं २१९ (शे. ६६) विष्णु दव पुं ११०१ दावानल
दशाव्यय पुं २०० (शे. ४७) शंकर दव पुं ११११ वन, जंगल
(दशाश्व) पुं १०४ चन्द्र दाव पुं ११०१ दावानळ
दशास्य पुं ७०६ रावण दविष्ठ न. १४५२ अत्यन्त दूर |दशेन्धन पं ६८७ दीवो दवीयस् न. १४५२ अत्यन्त दूर' दशेरक पुं (ब.व) ९५७ मारवाड देश (दशकण्ठ) पुं ७०६ रावण . दस्यु पुं ३८१ चोर दशकन्धर पुं ७०६ रावण .. | दस्यु पुं ७२९ शत्रु . दशन् पुं ८७३ दश
दस्त्र (द्वि.व.) पुं १८२ स्वर्गना बे वैद्य दशन पुं ५८४ दांत
| दस्रदेवता स्त्री १०८ अश्विनी नक्षत्र दशन न. ७६६ (शि. ६६) कवच - | दहन पुं १०९९ अग्नि । दशनोच्छिष्ट ५८१ (शे. १२२) होठ दहनकेतन न ११०३ धूमाडो दशपारमिताधर पुं २३३ बुद्ध, सुगत दहनोपल पुं १०६७ सूर्यकान्त मणि दशबल पुं २३४ बुद्ध, सुगत . दाक्षायण पुं १०४४ (शे. १६३) सोनुं दशबाहु पुं २०० (शे. ४३) शंकर दाक्षायणी (ब.व.) स्त्री ११५ २७ नक्षत्रो दशभूमिग पुं २३३ सुगत, बुद्ध | दाक्षायणी स्त्री २०५ (शि. १५) पार्वती दशमिन् पुं ३४० अति घरडो (दाक्षायणीश) पुं १०४ शंकर दशमीस्थ पुं ३४० (शि. २१) अति घरडो | दाक्षाय्य पुं १३३५ गीध (दशरथ) पुं १९ (प) रामना पिता दाक्षिण्य न १३७७ अनुकूळता, सरलता दशवाजिन् पुं १०४ चन्द्रमा | दाक्षीपुत्र पुं ८५१ पाणिनि मुनि, (दशशतरश्मि) पुं ९५ सूर्य
महावैयाकरण (दशशिरस्) पुं ७०६ रावण दाक्षेय पुं. ८५१ पाणिनि वैयाकरण दशा स्त्री ५६५ वय, उमर
दाढा स्त्री ५८३ दाढ दशा पुं स्त्री (ब.व.) ६६७ वस्त्रनी दशीओ | दाढिका स्त्री ५८३ दाढी दशा पुं स्त्री १३७७ अवस्था दाण्डपाशिक पुं ७२६ (शे. १४२) कोटवाळ, दशाकर्ष पुं ६८७ दीवो .
नगरनो अधिकारी