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अभिधानचिन्तामणिनाममाला . १३० .
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ (जलतुरङ्ग) पुं १३५५ पाणीनो घोडो . जलरुह नः ११६२ 'कमळ जलद पुं १६४ मेघ, वादळ
जलरुह न. ११६२ कमळ (जलद) पुं १८ (प.) मेघ, वादळा जललोहित पुं १८८ (शे. ३८) राक्षस जलधर पुं १६४ मेघ, वादळा जलवायस पुं १३२३ जलनो कागडो जलधि पुं १०७४ समुद्र, दरियो। जलवाल पुं १३४५ (शे. १९७) हजार (जलधि) पुं १८ (प.) समुद्र, दरियो
- दाढवाळो मच्छ जलधिगा स्त्री १०८० नदी
जलवालक पुं १०२९ विन्ध्याचल पर्वत (जलनर) पुं १३५५ जलमा रहेनार माणस | जलवालिका स्त्री ११०५ वीजळी जलनिधि पुं १०७४ समुद्र, दरियो जलवाह पुं १६४ मेघ, वादळ जलनिर्गम पुं १०८८ पाणी नीकळवानो रस्तो | जलव्याल पुं १३०५ जलनो सर्प जलनीलिका स्त्री ११६७ सेवाल, लील | जलशय पुं २१४ विष्णु जलनीलीस्त्री ११६७ (शि. १०६) सेवाल, लील | जलशूक न. ११६७ सेवाल, नील जलपति पुं १८८ वरुण देवता (जलसर्प) पुं १३५१ ग्राह, झुंड जलपिप्पक पुं १३४४ (शे. १९६) माछलुं, | जलसर्पिणी स्त्री १२०४ जळो (लोही चुसे ते)
मच्छ | जलसूकर पुं १३४९ मगरमच्छ । जलभूषणपुं११०७ (शे. १७१) पवन, वायु (जलस्फोट) पुं १०७७ पाणीनो परपोटो (जलमनुष्य) पुं १३५५ पाणीमा रहेनार | (जलहस्तिन) पुं १३५५ पाणीनो हाथी
मनुष्य जलाकाङ्क्ष पुं १२१८ (शे. १७६) हाथी जलमार्ग पुं १०८९ पाणी जवानी परनाळ | जलाणुक न. १३४७ नाना माछलानो समुदाय जलमार्जार पुं १३५० जळनो बिलाडो, | जलाधार (ब.व.) पुं १०९६ जलाशय, जळनो नोळियो
पाणीनुं स्थान जलमुच् पुं १६४ मेघ, वादळ जलार्दा स्त्री ६७९ भीजायेलु वस्त्र जलराशि पुं १०७४ समुद्र, दरियो जलालोका स्त्री १२०४ जळो (लोही चुसे ते) जलरङ्कु पुं १३३२ जलकागडो, जलाशय (ब.व.) पु. १०९६ जलाशय, जलकुकडो, ढेंक
पाणी, स्थान जलरञ्ज पुं १३३२ जलकागडो, । जलाशयपुं१३४४ (शे. १९६) मच्छ, माछलं
जलकुकडो, ढेंक ।'जलाशय' न. ११५८ काळा वाळानुं मूळ