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अभिधानचिन्तामणिनाममाला • १२४
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ चिल्ल. पुं ४६१ चीपडा भरेली आंखवाळो चिल्ल पुं १३३४ समडी
चिबुक न. ५८२ हडपची
चिरपुं (ब. व.) ५६८ (शि. ४५) केश, वाळ
चिरक्रिय पुं ३५३ आळसु, धीमुं काम करनार चिह्न न. १०६ लांछन, चिह्न चिरजीविन् पुं १३२२ कागडो चीन पुं १२९४ हरणनो एक प्रकार चीन पुं १०४१ (शे. १६० ) सीसुं चीनक पुं ११७८ कांग,
चिरण्टी स्त्री ५१२ ( शे. ४०) परणेली : युवती स्त्री/पत्नी
चिरन्तन न. १४४८ पुरातनं, जूनुं ( चिरप्रसूता ) स्त्री १२६७ लांबा वखतनी वियाली गाय
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ (चिपिटनासिक) पुं ४५१ चपटा नाकवाळो, चीबो
'चिरबिल्व' पुं ११४० करंज वृक्ष चिरम् अ. १५३२ लांबो वखत, घणा वखतथी चिरमेहिन् पुं १२५६ गधेडों चिररात्राय अ. १५३२ लांबो वखत, घणा वखतथी
चिरस्य अ. १५३२ लांबो वखत, घणा वखतथी चिरात् अ. १५३२ लांबे वखत, घणा वखतथी चिराय अ. १५३२ लांबो वखत, घणा वखतथी चिरायुष् पुं ८९ ( शे. ४) देव चिरिका स्त्री ७८७ (शे. १५१ ) शस्त्रनो एक प्रकार चिरिण्टी स्त्री ५१२ परणेली युवती 'चिरिबिल्व' पुं ११४० करंज वृक्ष चिरेण अ. १५३३ लांबो वखत, घणा समयथी चिभिटी स्त्री १९८९ काकडी चिलिचिम पुं १३४६ तृणचारी मच्छ 'चिलिचिमि' पुं १३४६ तृणचारी मच्छ
एक जातनुं हलकं धान्य चीनपिष्ट न. १०६१ सिन्दुर चीर न. ६६६ वस्त्र चीरिल्लि पुं १३४८ मोटुं माछलुं चीरी पुं १२१५ भमरा जेवुं क्षुद्र जंतु, तमरुं चीरुकास्त्री १२१५ भमरा जेवुं क्षुद्र जंतु, तमरुं चीवर न. ६७८ मुनिओनुं वस्त्र चुक्र पुं न. ४१६ कांजी, राब चुक्र पुं न. ४१७ आंबली, कोकम चुण्ढी स्त्री १०९३ नानो कूवो चुन्दी स्त्री ५३३ वेश्यानी दलाल स्त्री, कुट्टनी चुरी स्त्री १०९३ नानो कूवो
चुलुक पुं स्त्री ५९८ पाणीना आधाररुपे बनावेली पसली
चुल्ल पुं ४६१ चीपडा भरेली आंखवाळो ( चुल्लि) स्त्री १०१८ चूलो चुल्ली स्त्री १०१८ चूलो
चूचुक पुं न. ६०३ स्तननो अग्रभाग चूडा स्त्र ५७१ शिखा, चोटली चूडामणि पुं ६५० मस्तक उपरनो मणि