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शब्दमाला
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ क्रोडीकृति स्त्री १५०७ आलिंगन क्रोध पुं २९९ क्रोध, कोप
क्रोधन पुं ३९२ क्रोधी क्रोधिन् पुं ३९१ क्रोधी क्रोधिन् पुं. १२८० (शे. १८१) कूतरो क्रोश पुं ८८७ गाऊ, बे हजार दंड प्रमाण क्रौष्ट्ऋ पुं १२९० शियाळ
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शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ क्वणन न. १४०० शब्द, ध्वनि क्वथित न. १४८६ क्वाथ, उकाळो क्वाण पुं १४०० शब्द, ध्वनि क्वाथि पुं १२३ (शे. १८) अगस्त्य ऋषि क्षण पुं १३७ पन्दर लेश प्रमाण क्षण पुं १५०८ उत्सव, ओच्छव क्षण पुं १५०९ समय, अवसर, प्रसंग
क्रौञ्च पुं ४७ श्री सुमतिनाथ भगवाननुं लांछन क्षणदा स्त्री १४१ रात्रि
क्रौञ्च पुं १०२९ क्रौंच पर्वत
क्षणन न. ३७० हिंसा
क्रौञ्च पुं १३२९ क्रौंच पक्षी ( क्रौञ्चदारण) पुं २०९ कार्तिकेय क्रौञ्चारिपुं २०९ कार्तिकेय क्रौञ्ची स्त्री १३२९ (शि. ११८) क्रौंच पक्षीनी स्त्री बलपुष न. ६०५ (शे. १२७) पित्ताशय क्लम पुं. ३१९ थाक, परिश्रम क्लिन्न पुं १४९२ भीनुं, पलळेलुं क्लिन्ननेत्र पुं ४६१ भीनी आंखवाळो क्लिन्नवासस् न: ६७९ भींजायेलुं वस्त्र क्लिष्ट न. २६५ पूर्वापर विरुद्ध वचन क्लीब पुं ५६२ नपुंसक
क्लेदु पुं १०५ (शे. १३) चन्द्रमा क्लेश पुं ३१९ थाक, परिश्रम
क्लोम न. ६०५ (शे. १२७) पित्ताशय क्लोमन् न. ६०५ पित्ताशय क्वगु स्त्री ११७६ कांग, पीळा चोखा कण पुं. १४०० शब्द, ध्वनि
क्षणनु पुं ४६५ घा, व्रण, नहि रुझता घा क्षणप्रभा स्त्री ११०५ (शे. १००) विजळी क्षणिका स्त्री ११०५ विजळी
क्षणिनी स्त्री १४३ ( शि. २०) रात्रि क्षत न. ४६४ घा, व्रण क्षतघ्ना स्त्री ६८६ लाख, अलतो क्षतज न. ६२२ लोही
क्षतव्रत पुं ८५४ व्रत भंग करनार ब्रह्मचारी क्षत् पुं. ७२१ द्वारपाळ क्षतृ पुं ७६० सारथि
क्षतृ पुं ८९७ शूद्र पुरुष अने क्षत्रिय स्त्रीथी उत्पन्न थयेल पुत्र
क्षत्र न. पुं ८०७ क्षत्रिय, चार वर्ण पैकी बीजो वर्ण
क्षत्र न. पुं. ८६३ क्षत्रिय क्षत्रिय पुं ८६३ क्षत्रिय क्षत्रिया स्त्री ५२४ क्षत्रिय जातिमां उत्पन्न थयेली स्त्री