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शब्दमाला • ७५
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शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . . . |शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ कसिपु पुं न. ६८५ भोजन अने वस्त्र काकलक पुं ५८८ कंठनो मणि कस्तीर न. १०४२ कलई
| (काकलि) स्त्री १४१० झीणो अने कस्तूरी स्त्री ६३८ यक्ष कर्दमनी पांच वस्तु
मधुर शब्द पैकी एक वस्तु काकली स्त्री १४१० झीणो अने मधुर शब्द कस्तूरी स्त्री ६३९ चतुःसमनी चार वस्तु | काकारि पुं १३२४ घूवड
पैकी एक वस्तु . । | काकु पुं स्त्री १४१० शोक, भय वगेरेथी कस्तूरी स्त्री ६४४ कस्तूरी, हरणनी नाभिमाथी | थतो ध्वनिमां विकार
उत्पन्न थतुं सुगंधी द्रव्य | काकु स्त्री ५८५ (शे. १२३) जीभ कहलार न. ११६५ संध्या विकासी कमल, | काकुवाच स्त्री २७५ शोक, भय वगेरेथी
___ शरद ऋतुनुं श्वेत कमल . . स्वर बदलावो कह पुं १३३२ बगलो
काकुद न. ५८५ ताळवं कांस्य न. १०४९ कांसु
काकोदर पुं १३०३ सर्प, नाग कांस्य न. १०४० (शे. १६०) तांबु काकोदुम्बरिका स्त्री ११३३ घुलरड़ो, कांस्यनील न. १०५२ मोरथुथु, नील अंजन | __
काळा उंबरानुं वृक्ष काक पुं १३२१ कागड़ो
काकोल पुं न. ११९६ स्थावर विष काककङ्ग स्त्री १०७८ कांग, एक काकोल पुं. १३२३ कागडानी एक जात
. जातिनुं धान्य | काक्ष पुं ५७८ कटाक्ष, वांकी नजरे जोवू ते 'काकचिचा' स्त्री ११५५ चणोठी काक्षी स्त्री १०५५ फटकड़ी, कच्छ-सौराष्ट्र 'काकचिञ्चि' स्त्री ११५५ चणोठी ... देशनी माटी 'काकचिञ्ची' स्त्री. ११५५ चणोठी काङ्क्षा स्त्री ४३० इच्छा, अभिलाषा, मनोरथ काकजात पुं १६२१ (शे.) १९० कोयल | काच पुं ३६४ सीकुं काकतुण्ड पुं.६४२ काळो अगर काच पुं १०६२ काच लवण, बंगडी खार काकपक्ष पुं५७२ बाळकोनी चोटली, कान | 'काचस्थाली' स्त्री ११४४ कांकच, काचकी
सुधी पहोंचेला वाळ | काचिम न. १०७० (शेष १६६) काच जेवू काकपुष्ट पुं १३२१ कोयल
स्वच्छ पाणी काकमाची स्त्री ११८८ कायफलंनो वेलो | काच्छी स्त्री १०५६ फटकड़ी, कच्छ-सौराष्ट्र (काकल) पुं. ५८८ कंठनो मणि
देशनी माटी