SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 58
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६६०२ शब्द पृष्ठ । कालम | शब्द पृष्ठ । फालम श्री आर्यमंक्ष, नोट ४ ७४.१,२ श्रुतकेवली, नोट ३ श्री आर्यसेन १८८११, १८९०१ श्र त ज्ञान,भेद २० ४०१२ श्री इन्द्रराज, नोट२ १८३२ श्रेणिक (बिम्बसार ), २५१२, १६५।२, श्री उच्चारण आचार्य ७४१२ १६७११ नोट१, २७०११ नोट? श्री उमास्वामी ११८।२ श्री कुन्दकुन्दाचार्य ७४।२,११८।१,२ षट अग्निकायिक जीव ५७११ श्री कृष्ण के पुत्र २६ श्री गुणधर आचार्य ७३।२ षट अचितयोनि १४४२ श्री गुणभद्राचार्य १७२ षटअनायतन १४।१,२ श्री चन्द्राचार्य, नोट २ १८३१२ षट अन्तरगतप (प्रायश्चितादि) ५३।१,१३४।२ श्री जिनचन्द्रस्वामी १९८२ षट आवश्यक २२६२ श्री जिनसेनाचार्य १७१२ षट आवश्यक नियुक्ति १३४२ श्री तुम्बुलर आचार्य ७४।१.२ षटकर्म २३३०२ श्री देवसेन (यतिवृषम) ७५.१ षटकर्मोपदेश रत्नमाला २३१२ श्रीधरसेन आचार्य ७३।२ षटकायिक जीव ५७२ श्री नागहस्ति .७४ा१,२ षट कारण आहार-ग्रहण १५५२,१६२ श्री नेमचन्द्र सिद्धान्त चक्रवर्ती ७४ा२,१८६२, | षटखंड सूत्र, नोट ३ ७३।२ १८८२,२८०।१ | षट द्रव्यगुण (सामान्य) ५५।१ श्री नेमनाथ १६३।१,२ षट पेय पदार्थ ७७, श्री पद्ममुनि ७५०१ | षट मान (परिमाण) १०५।२ श्री पार्श्वनाथ (पूर्व जन्मादि) षट वाह्यतप ( अनशन आदि) ५३११ श्री भद्रबाहु ५६२ षट वेदांग ११६०२ श्री मल्लिषणाचार्य १८८५१ षटसप्तत्यक्षरी मंत्र ३७२ श्री महावीर ७१,२ व फ़टनोट, २६६१, षडाक्षरी मंत्र ३६२ ६८।१,२ षष्ठक व्रत १४२११ श्री यतिवृषभ पोड़श सतियां १६७।२ श्री वप्पदेव गुरु ७४।१,७२।१ षोड़श स्वप्न १७०१२ श्री विजयकीर्ति, नोट १ १२८०२ षोड़शाक्षरी मंत्र ३७१ श्री विद्यानन्द स्वामी १०११ श्री विष्णुकुमार ६२ श्री वीरनन्दि ५६१ सकलसिद्ध विद्या श्री वीरसेनाचार्य ७४ा२,७५, सकलीकरण विधान ११८१,, श्री वीराजद (अन्तिम मुनि), नोट २ १८३।२ | सकुशलमला मिर्जरा २०१२ श्री शुभङ्कर २६२ सक्षय अनन्तानन्त श्री शुभचन्द्र १२८।२ नोट १, २६०१ | संख्यामान २१ 8०।१ श्री श्यामकंड आचार्य ७४॥२ संघ के आधारभूत मुनि ५ ६०,, श्री श्रुतकीर्ति संचितद्रव्य, नोट १४३॥ श्री समन्त भद्राचार्य १०११, ७११ सदसठ अज्ञानवाद २०६२,२१०, श्री सिंह नन्दि ११०२, १८, सत्य १० श्री सुरेन्द्र भूषण २६०१२ लत्यमुनि, नोट २ १२४1, श्री हेमचन्द्राचार्य . १५६२,१६०११, १८४०१ | सत्यप्रवाद ६६, ला २८२ १२६, १२५।२ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016108
Book TitleHindi Sahitya Abhidhan 1st Avayav Bruhat Jain Shabdarnav Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorB L Jain
PublisherB L Jain
Publication Year1925
Total Pages352
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy