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शब्द
विद्या ( भेद )
विद्या (नाम ) विद्यानन्दस्वामी विद्यानुवाद पूर्व विनयशुद्धि
विपाक प्रज्ञप्ति
विपाक विचय
विपाक सूत्रांग विपुलमतिमन:पर्ययज्ञानी
विमलनाथ पुरोण विमोचितावास विम्बसार श्रोणिक
विरुद्ध राज्य व्यतिक्रम विरुष्ट्र राज्यातिक्रम विरुद्ध हेत्वाभास
विशुद्ध प्रशस्त निदान विश्वसेन
विकम्बल, नोट
वीजाक्षर तत्व
वीर्यानुवाद पूर्व
वेद, नोट ४ वेदनाभय वेदनीय कर्म वैकयिक ऋद्धि
वैयिक शक्ति
वैनयिक (प्रकीर्णक तज्ञान)
वैनयिकवाद
व्यंजनाप्रह
व्यतरे की दृष्टान्त ४ व्यन्तरदेव ६, नोट १
१४८/२,१५०।१
२५/२,१६५/२,
१६७/१ नोट १,२७०/१ नोट १
१४८/१ १४८,
व्यसन ७
व्याख्याप्रज्ञप्ति
व्याघूभूति, नोट २ व्यास, नोट २
व्युत्सर्ग तप, नोट ३
व्रत १२
व्रत (लक्षण)
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शङ्कादि मलदोष २५
( ५५ )
पृष्ठ | कालम
१०४/२
१५८/१,२, २७१।१
१०,
१२७],,
२८',”
श
शब्द
शब्दजन्य विद्या
शब्दानुशासन शब्दोच्चारण के प्रयत्नपू
शब्दोच्चारण के स्थान ८ शयनासन शुद्धि
१२१/२
शल्यत्रय (३ शल्य)
३५/२
शाकल्य, नोट २.
१२२.२
शान्तीश
३०११ शालिभद्र, नोट २३२ | शिक्षावत ४ शिखर, नोट
शिखर विलास
शिवतत्व
शिशुनागवंश शिशुपाल, नोट १ शील १८०००
२०%,,
६६।२
३१/१
१२१/२
३६/१ शूद्र १८
१२४/२
५७/२
१३/२
८३/२
२७०/१,२
२७०/२
१३०/२
२४/१
शीलांग कोष्ठ
शुङ्गवंश
शुद्धि ८
१२४,
१३४/२ ५२/१,२, ५३।१, २७५।१ २७४/२
शून्यागारवास शौचोपकरण
श्रावक गुण ६३
श्रावक चन्दोषा स्थान ११ श्रावक-दोष ५०
श्रावक-धर्म
४२/२,२२६,
२२१२
श्रावक नित्य नियम १७ श्रावक प्रतिमा ११
१२९/१
१४, श्रावक-प्रायश्चित ( प्रन्थ)
१२१/२, १२३२ | श्रावक मौन ७
१२४/१
દાર
२८/१, ६७/२
२४६/१ १४८/२,१५०१,,
१४६१२
श्रावक अभक्ष्य २२
४४/२,५२/२
श्रावक - उत्तरगुण २१, १५... ५३।१, १४/२ नोट३ श्रावक-क्रिया ५३, २६
श्रावक भोजनान्तराय ४४ श्रावक मूलगुण ४८, ८ श्रावक लक्षण १४ श्रावक व्रत १२
श्रावक-शल्य ३ श्रावक-संस्कार २६
१४|१ | श्रां श्रीं श्र
पृष्ठ | कालम
હાર
१०/१
१२५/२
- १२५/२
ટાર્
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१४/१,५२/२
१२४|१
५५/२
१२२।१
५२/२
१०४/१
२३।२
३६/१
१६८| M
१८३ ।,,
२४९/९
२५०
५३।१,७१।१
१४/२, ५३।,,
५३/२
१४/१
५१, ५२, ५३
५३/२
५२/२
१०/२
५३/२
પરાર
१४/२,५२२ ५१११ ५२/१, २, ५३ १, २७४/२
६२/२ ५३/१
३६|
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