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आत्ययिक आत्ययिक वि. विनाशक (२) अनिष्ट (३) अगत्यनुं; उतावळy (४) मोड़ें (५) न० आफत; विपत्ति; संकट आत्यंतिक वि० अनंत ; सतत (२) खूब; पुष्कळ (३) सर्वश्रेष्ठ (४) आखरी; अंतिम; कायमनुं आथर्वण वि० अथर्ववेद संबंधी (२)पुं० अथर्ववेद (३) अथर्ववेद भणनार (४) न० अभिचार वगेरे कर्म आदर पुं० समान; मान (२) काळजी (३) उत्सुकता; आतुरता (४) प्रयत्न (५) आरंभ (६) आसक्ति (७) स्वीकार आदर्श पुं० अरीसो; दर्पण (२) असल अथवा मूळ प्रत (३) नमूनो (४) टीका; टिप्पणी (५) नकल आदा ३ आ० लेवू; स्वीकार (२) पकडQ; कबजे लेवू (३)पहेर धारण करवू (४) (खान-पान तरीके) वापरतुं (५) लई जवू; पडाव, (कर, धन) (६) तोडी लेवू; चूंटी लेवं (७) वहन करवू (८) धरपकड करवी (९) ('वाच्', 'वचस्' - एवा शब्दो साथे) बोलवू;
उच्चार आदान न० ग्रहण ; स्वीकार (२) मेळवदूं
ते (३)व्याधिनुं लक्षण ; रोगर्नु निदान . (४) बांधवू; केद पकड आदि वि० पहेलु (२) मुख्य (३) मूळy; पहेलांनुं (४) पुं० प्रारंभ; शरूआत (५) मूळ कारण (६)प्रथम भाग-हिस्मो । (७) समासमां 'वगेरे', एवा अर्थमां अंते आवे छे आदिकर्तृ पुं० सरजनहार(ब्रह्मा के विष्णु) आदिकवि पुं० ब्रह्मा (वेदोना गानार) (२)वाल्मीकि ऋषि रामायण गानार) आदित्य वि० सूर्यवंश- (२) पुं० देव (अदितिनो पुत्र) (३) सूर्य आदित्यबंधु पुं० शाक्यमुनि ; गौतम बुद्ध आदिम वि० प्रथम - मूळ
आधान आदिश् ६ उ० दर्शाव; सूचवq (२) हुकम करवो (३) उपदेश; जणावQ (४) भविष्य भाख, (५) पडकारवू (६) अजमावq; प्रयोग करवो आदिष्ट वि० हुकम करेलु (२) उपदेशेलं; दर्शावलं (३) कहेलं ; भाखेलं (४) न० हुकम ; आज्ञा (५)सलाह; सूचन; उपदेश आद६ आ० [आद्रियते] आदर आपवो; संमानवू (२) मन उपर लेवू; ध्यान उपर लेवू (३) -मां लागवू; मंडq (४) इच्छq; उत्सुक थQ आदृत वि० आदर करेलं; सत्कारेलु (२)
आदरवाळ (३) लक्षवाळं; प्रयत्नशील आदेश पुं० आज्ञा; हुकम (२) उपदेश ; शिखामण (३) हकीकत ; वर्णन (४) शास्त्राज्ञा ; विधि (५) भविष्यकथन (६) संकल्प (व्रतादिनो) आदेशिक पुं० जोषी; भविष्य भाखनार आदेशिन वि० हुकम करनार;प्रेरनाएं आद्य वि० प्रथम ; मूळy (२)श्रेष्ठ (३) तरत पहेलांनु(४)खाद्य(५)समासने अंते '-थी शरू करीने, वगेरे' -ए अर्थमां (६) न० शरूआत (७)अन्न ; अनाज आद्यंत वि० आदि अने अंतवाळू (२) पहेलं ने छेल्लं आधुपांतम् अ० पहेलेथी छेडे सुधी आधून वि० (बेशरमपणे) खाउधर आधर्षित वि० अपमानित; अवमानित (२) तिरस्कृत; खंडन करेलु आधा ३ उ० मूक (२)लगाववं; स्थिर कर (३) लेवू; धारण करवु (४) उत्पन्न करवू; प्रेरवु (५) पूरुं पाडवू; अर्पq (६) नीम आधात वि० आपनाएं; मूकनारं आधान न० मूकते(२)लेवं - स्वीकारवू ते (३) अमल करवो-पार पाडवू ते (४) संस्कारपूर्वक अग्निनुं स्थापन
ARTHA
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