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संकल्प
संकल्प पुं० निश्चय; मनसूबो ( २ ) तरंग; इरादो; इच्छा ( ३ ) कल्पना; विचार ( ४ ) मन; हृदय ( ५ ) कशा व्रत-तपनी दृढ प्रतिज्ञा ( ६ ) ( धर्मकृत्यमाथी ) लाभनी - फळनी अपेक्षा संकल्पज, संकल्पजन्मन् पुं० कामदेव (२) इच्छा; कामना संकल्पप्रभव वि० संकल्प के वारंवार चितवनथी उत्पन्न थतुं (२) पुं० कामदेव संकल्पयोनि पुं० कामदेव संकल्पित वि० कल्पेलुं ; धारेलुं; इरादो
खेलुं ( २ ) नक्की करेलुं संकालन नं० शबने अग्निदाह देवो ते संकाश वि० ( समासने अंते ) समान; सदृश (२) नजीकनुं संकीर्ण वि० मिश्रित; भेळसेळ थयेलुं (२) वीखरायेलुं फैलायेलु (३) अस्पष्ट (४) मदमां आवेलं (५) वर्णसंकर होय तेवुं (६) अशुद्ध (७) सांकडुं | कीर्तन स्तुति संकीर्तन न० प्रशंसा; वखाण ( २ ) संकु १, ६५० संकोचाबुं (२) बिडावु संकुचित ( ' संकुच्' नुं भू० कृ० ) वि० संकोचायेलं; टंकुं - अल्प थयेलुं (२) बिडायेलुं; बंध थयेलुं
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संकुल वि० मूंझायेलं; गुंचायेलु (२) भीडवाळु; भरेलुं (३) गाढ; तीव्र (४) न० गिरदी; भीड; टोळं (५) कोण कोनी साथे लडे छे ते पण खबर न पडे तेवी हाथोहाथनी लडाई (६) असंबद्ध के विरोधी वात (७) नाश संकृ ८ उ० करवु; आचरवुं ( २ ) बनावबुं [ खेंची बांध संकृष् १ प० खेंची जवुं; ताणी जवं (२) संक प० [ संकिरति] भेळवबुं; भेळसेळ करवुं (२) विखेरवुं - कर्मणि० [ संकीर्यते] भेळसेळ थवं; गूंचवाई ज
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संक्रमण
संकृत १० उ० [ संकीर्तयति - ते ] वस्खाणवं; स्तुति करवी ( २ ) कहेवुं (३) जाहेर कर
संक्लप १ आ० [ संकल्पते ] संकल्प करवो; इच्छवं
- प्रेरक० निश्चय करवो; नक्की करवुं ( २ ) इरादो राखवो (३) गोठववुं ( ४ ) अर्पण करवुं ( ५ ) विचार; चितवबुं (६) कल्पवुं (७) उत्तरक्रिया करवी
संकेत पुं० उल्लेख (२) निशानी; सूचन (३) करार (४) प्रेमीजनने मळवा आववा करेलुं सूचन के दर्शावेल समय अने स्थान संकेतक पुं० प्रेमीजनने मळवा बोलाववा करेल सूचन; तेनो समय के स्थान (२) तेवी मुलाकात गोठवनार प्रेमिका के प्रेमी
संकेतन न० ( प्रेमीजनो वच्चे नक्की थयेल) मळवानुं स्थान के समय संकोच पुं० संकोचावं ते (२) टूकुं करवुं ते (३) बीडवुं - बिडावं ते (४) दीनता ( ५ ) न० केसर संक्रम् १ उ० साथै आववुं के मळवु (२) जवुं ; ओळंगीने जवुं; -मां थईने जवं (३) पासे जबुं (४) -मां प्रवेशवं [ -तरफ लई ज - प्रेरक ० - ने सोंपवु; ने आपवुं ( २ ) संक्रम पुं० साथै जवं ते ( २ ) स्थळांतर; संक्रमण (३) पुं०, न० सांकडो के दुर्गम मार्ग ( ४ ) पुल (५) कोई वस्तु प्राप्त करवानुं साधन (६) निसरणी संक्रमण न० एक जगा के स्थितिमांथी बीजी जगा के स्थितिमां जवं ते; संचार (२) ओळंगवुं ते ( ३ ) प्रवेश करवो ते (४) एक राशिमांथी बीजी राशिमां जनुं ते (सूर्यनुं ); संक्रांति (५) मृत्यु
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