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शील
शील न० स्वभाव ; वलण (२) टेव; रिवाज (३) वर्तन (४) सदाचार शीलखंडन न. चारित्र्यभ्रष्ट-नीति
भ्रष्ट थर्बु ते शीलगुप्त वि० लुच्चुं शोलन न० वारंवार अभ्यासवं ते शीलभ्रंश पुं० चारित्र्यभ्रष्टता शीलवंचना स्त्री० चारित्र्यभ्रष्ट करवू ते शीलवृत्त न० सद्वर्तन शीलित वि० अभ्यासेलुं (२) पहेरेलु (३) वारंवार मुलाकात लीधी होय तेवू (४)-थी युक्त [शुकदेवजी शुक पुं० पोपट (२) व्यासना पुत्रशुकच्छद पुं० पोपटनी पांख शुकपितृ पुं० व्यासमुनि शुक्त ('शुच् ' मुं० भू० कृ०) निर्मळ ; स्वच्छ (२) खारं शुक्ति स्त्री० छीप (२)घोडानी छाती
के गरदन उपरना वाळनो गुच्छ शुक्र वि० तेजस्वी (२) शुद्ध; शुभ्र (३) पुं० शुक्रग्रह (४) शुक्राचार्य; असुरोना गुरु (५)न० वीर्य (६) तेज शुक्ल वि० सफेद ; तेजस्वी(२)निष्कलंक; निर्मळ (३) सात्त्विक (४) यशस्कर
(५)तेज आपनाएं (६)पुं० श्वेतवर्ण शुक्लजीव पुं० एक छोड (वज्री) शुक्लदेह वि० पवित्र शरीरवाळं शुक्लपक्ष पुं० अजवाळियु शुक्लापांग पुं० मयूर; मोर शच १५० शोक करवो (२) पस्तावो करवो (३) ४ उ० शोक करवो (४) पवित्र-स्वच्छ थq (५)प्रकाशित करवं शुच्, शुचा स्त्री० शोक (२) आंसु शुचि वि० निर्मळ, स्वच्छ (२) श्वेत (३) तेजस्वी (४) निष्कलंक; पवित्र (५) प्रमाणिक (६) पुं० श्वेतवर्ण (७) उनाळो (८) जेठ महिनो (९) अषाढ महिनो (१०) अग्नि (११) आकाश
যমুম্বক शुचिषद् वि० सदाचारने मार्ग जनाएं शुचिसमाचार वि० पवित्र आचारवाळं शुचिस्मित वि० मधुर स्मितदाळं शुद्ध ('शुध् ' नुं भू० कृ०) वि० स्वच्छ (२)निर्मळ ; पवित्र (३) श्वेत; कांतिमान (४) डाघ विनानु (५) निर्दोष; निष्कपट (६)चूकवी दीधेलु (७)धार काढेलु (८) पुं० शुक्लपक्ष (९)शिव शुद्धवंश्य वि० पवित्र कुळमां जन्मेलं शुद्धांत पुं० राजानुं अंतःपुर (२) राणी शुद्धांतदारिन् पुं० अंतःपुरनो रक्षक शुद्धि स्त्री० पवित्रता (२) तेजस्विता
(३) प्रायश्चित्त शुध् ४ प० पवित्र थर्बु (२) शुभ--अनुकूळ होवु (३) निःसंदेह बनवू (४)चूकवी देवू शुन पुं० कूतरो शनी स्त्री० कूतरी शुभ १ आ० दीपवू; शोभ, शुभ वि० सुंदर (२)तेजस्वी (३) मांगळिक; कल्याणकारी (४) नीतियुक्त (५) न० कल्याण ; मंगळ; सुख शुभदर्श, शुभदर्शन वि० सुंदर शुभमंगल न० कल्याण ; सद्भाग्य शुभलग्न पुं०, न० शुभ क्षण शुभशंसिन् वि० भावि शुभ दर्शावनाएं शुभंयु वि० भाग्यशाळी ; सुखी शुभाशुभ न० सुख-दुःख ; इष्ट-अनिष्ट शुभेतर वि० अशुभ (२) अनिष्ट शुभोदर्क वि० सुखकर परिणामवाळं शुभ्र वि० उज्ज्वल; तेजस्वी (२)सफेद शुल्क पुं०,न० जकात; दाण (२)नफो; लाभ (३) कन्यानां मातापिताने अपाती किंमत (४) लग्न वखते भेट (५) परठण; दहेज (६) मूल्य ; किंमत (७) बानु। शुल्ब (--लब) न० दोरी; दोरडु (२) पाणीनी नजीकनुं स्थान शुश्रू स्त्री० माता शुश्रूषक वि० तहेनातमा रहेनारु (२) पुं० सेवक ; हरियो
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