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पुलोमन् पुरि स्त्री० शहेर (२)नदी [शरीर पुरुहूतद्विष् पुं० इंद्रजित् (रावणनो पुत्र) पुरी स्त्री० नगरी;शहेर(२)किल्लो (३) पुरुरवस् पुं० चंद्रवंशनो स्थापक राजा पुरीष न० विष्टा; मळ
पुरोग, पुरोगम वि० आगवान ; अग्रेपुरीषोत्सर्ग पुं० मळत्याग करवो ते । सर; श्रेष्ठ (२) (समासने अंते) पुरु वि० पुष्कळ ; घj(२)पुं० फूलनो -ना नेतृत्व हेठळनु पराग(३)स्वर्ग (४)चंद्रवंशी एक राजा
पुरोगामिन् वि० आगळ जनाएं; आगळ (५)एक राक्षस (जेने इंद्रे हण्यो हतो) रहेनाएं (२) आगेवान; अग्रेसर पुरुष पुं० नर; मनुष्य (२) मनुष्य पुरोजव वि० वेगमां चडियातुं (२) जाति (३) आत्मा; जीवात्मा (४) पुं० दास; नोकर परमात्मा (५) बोलनार, सांभळनार पुरोडाश पुं० यज्ञमा होमवानो एक हवि अने ते सिवायनी व्यक्ति के पदार्थ- पुरोषस् पुं० कुळगुरु (राजानो) एत्रण माटे प्रथम, मध्यम अने उत्तम
पुरोषा ३ उ० आगळ मूकवू; अग्रेसर 'पुरुष' एवो परिभाषा (व्या०) बनावq (२) पुरोहित बनावq (३) पुरुषक पुं०, न० घोडाए बे पग उपर (पदे) नीम ऊभा थई जवं ते
पुरोभक्तका स्त्री० नास्तो; हाजरी पुरुषकार पुं० पुरुषप्रयत्न; उद्यम (२) पुरोभाग वि० डखलियु; घूसणियुं पुरुषपणुं; मरदानगी
(२) दोष जोनारु (३) अदेखें (४) पुरुषकेसरिन् पुं० नरसिंह (अवतार) पुं० मोखरो; आगळनो भाग (५) पुरुषत्व न० मरदाई [पुरुष डखल; घूसणियावेडा (६) अदेखाई पुरुषपशु पुं० नरपशु; जानवर जेवो पुरोभागिन् वि० मनस्वी; स्वच्छंदी पुरुषपुंगव पुं० उत्तम पुरुष .
(२) घूसणियु ; डखलियु (३) दोष पुरुषबहुमान पुं० माणसजात तरफथी
जोनारु (४) अदेखें मळतुं समान [माननाएं । पुरोमारत पुं० सामो पवन पुरुषमानिन् वि० पोताने वीरपुरुष पुरोवर्तिन् वि० -नी समक्ष के आगळ पुरुषर्षभ पुं० उत्तम पुरुष (पुरुषोमां होय तेवं ऋषभ जैवो)
पुरोवात पुं० जुओ 'पुरोमारुत' पुरुषव्याघ्र, पुरुषशार्दूल पुं० वीर पुरुष पुरोहित पुं० कुळगुरु; गोर
(पुरुषोमां वाघ जेवो) [जेवो) पुलक पुं० रोम; रुवाटुं। पुरुषसिंह पुं० उत्तम पुरुष(पुरुषोमा सिंह पुलकित वि० रोमांचित [थवां ते पुरुषाद् (-द)पुं० राक्षस (मनुष्यभक्षी) पुलकोद्गम पुं० रोमांच ; रुवांटां ऊभां पुरुषाधिकार पुं० पुरुष तरीकेनुं कर्तव्य । पुलाक पुं०, न० तुच्छ धान्य (खाली के (२) पुरुष तरीकेनुं मूल्यांकन
अपूर्ण दाणावाळं) (२)भातनो गोळो पुरुषार्थ पुं० मानव जीवननां धर्म-अर्थ
पुलिन पुं०, न० भाठ; नदीनो रेतीवाळो काम-मोक्ष -ए चार प्रयोजनमांगें कांठो (२) नदी वच्चे थयेलो बेट प्रत्येक (२) पुरुषप्रयत्न ; उद्यम पुलिंद, पुलिदक पुं० एक जंगली के पुरुषायुष (-स्) न० माणसनुं आयुष्य पहाडी जाति; तेनोमाणस (२)पारधी पुरुषोत्तम पुं० उत्तम पुरुष (२) विष्णु पुलोमजा स्त्री० शची (इंद्राणी) पुरुहूत पुं० इंद्र
पुलोमन् पुं० एक राक्षस (इंद्रनोससरो)
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