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पाइअसद्दमण्णवो
मित्तिवय-मीण
मित्तिवय पुं[दे] ज्येष्ठ, पति का बड़ा भाई मिलिअ वि [मिलित] मिला हुआ (गा मिसिमिसिय वि [दे] उद्दीप्त, उत्तेजित (दे६, १३२) ४४३; कुमा)।
(सुर ३, ५०)। मित्ती स्त्री [मैत्री] मित्रता, दोस्ती (सूम २, मिलिअ वि [मेलित] मिलाया हुआ (कुमा) मिस्स सक [ मिश्रय ] मिश्रण करना, ७, ३६,श्रा १४ प्रासू ८)
मिलिच्छ देखो मिच्छ = म्लेच्छ (हे १, मिलाना । मिस्सइ (हे ४,२८)। मिथुण देखो मिहुण (पउम ६६, ३१) ८४; हम्मीर ३४) ।
मिस्स देखो मीस = मिश्र (भग)। मिदु देखो मिउ (अभि १८३; नाट-रत्ना मिलिट्र वि [म्लिष्ट] १ अस्पष्ट वाक्यवाला । |
"मिस्स पुं [मिश्र] पूज्य, पूजनीया 'वसिठ्ठ८०)
२ म्लान । ३ न. अस्पष्ट वाक्य (प्राकृ २७)
| मिस्सेसु' (उत्तर १.३)। मिरिअ पुंन [मिरिच १ मरिच का गाछ । मिलिमिलिमिल अक [दे] चमकना । वकृ. |
मिस्साकूर पुन [मिश्राकूर] खाद्य-विशेष, २ मिरच, मिर्चा (पएण १७--पत्र ५३१ मिलिमिलिमिलंत (पएह १, ३-पत्र ।' हे १, ४६ ठा ३, १ टी; पव २५६)
| 'भणुराहाहि मिस्साकूरं भोच्चा कजं साधेति मिरिआ स्त्री [दे] कृटी. झोंपड़ी (दे ६, गिलोण देखो मिलिअ (ोषभा २२ टी)।
(सुज्ज १०, १७)।
मिह प्रक [मिध् ] स्नेह करना। मिहसि १३२)।
मिल्ल सक [ मुच् ] छोड़ना, त्यागना । मिल्लइ | मिरिइ । पुंस्त्री [मरीचि] किरण, प्रभा,
(सुर ४, २१)। (भवि) । वकृ. मिल्लंत (सुपा ३१७)। कृ. मिरी । तेजः चंचलमिरिइकवयं' (प्रौप),
मिह देखो मिस = मिष; 'निग्गयो अलियगामिल्लेव (अप) (कुमा)। प्रयो., कवकृ.
मंतरगमणमिहेण' (महा)।मिरीइ 'सप्पहा समिरि (?री) या' (प्रौप), मिल्लाविजत (कुप्र १९२)
मिह देखो मिहो (आचा)। मिरीय । 'निक्कंकडच्छाया समिरीया' (प्रौपः मिल्लाविअ वि [मोचित छड़ाया हुअा (सुपा ठा ४, १-पत्र २२६), 'विज्जुघणमिरीइसूर-
मिहिआ स्त्री [दे] मेघ-समूह (दे ६, १३२)। ३८८; हम्मीर १८ कुप्र ४०१) ।।
देखो महिआ। दिप्पंततेय-- (औप), 'सूरमिरीयकवयं मिल्लिअ (अप) देखो मिलिअ (पिंग)।
मिहिआ स्त्री [मेधिका] अल्प मेघ (से ४, विणिम्मुयंतेहिं (पण्ह १, ४-पत्र ७२)।
मिल्लिर वि [मोक्त] छोड़नेवाला (कुमा)। १७)। देखो महिआ। मिल अक [मिल ] मिलना । मिलइ (हे ४,
मिल्ह देखो मिल्ल । मिल्हइ (प्रात्मानु २२), मिहिर पुं[मिहिर] सूर्य, रवि (उप पू ३५०%; ३३२, रंभा महा) । कर्म. मिलिज्जइ (हे ४,
मिल्हंति (कुप्र १७)। भवि. मिल्हिस्सं (कुप्र | सुपा ४१६; धर्मा ५), ४३४) । वकृ. मिलंत (से १०, १६) ।
१०)। कृ. मिल्हियव्व (सिरि ३५७) । 'सायरनिसायराणं मेहसिंहडीण मिलक्खु पुन. देखो मिच्छ - म्लेच्छ (ोघ मिल्हिय वि [मुक्त] छोड़ा हुआ (श्रा २७)।
मिहिरनलिणीणं । ४४०; धर्मसं ५०८; तो १५; उत्त १०,
दूरेवि वसंताणं पडिवन्नं १६), 'मिलक्खूरिण' (पि ३८१)।
'मिव देखो इव (हे २, २८२ प्राप्र कुमा) मिलण न [मिलन] मेल, मिलना, एकत्रित मिस सक [मिस् ] शब्द करना। वकृ.--
नन्नहा होई
(उप ७२८ टी)। होना; 'लोगमिलणम्मि' (उप ५७८; सुपा मिसंत (तंदु ४४)।
मिहिला स्त्री [मिथिला] नगरी-विशेष (ठा २५०)। मिस न [भिष] बहाना, छल, व्याज (चेइय
१०; पउम २०, ४५; णाया १, ८-पत्र मिलणा स्त्री. ऊपर देखो (उप १२८ टी; उप ८३१; सिक्खा २६ रंभाः कुमा)।
१२४ इक)। ७०६)
मिसमिस अक [दे] १ अत्यन्त चमकना । २ मिला । अक [म्ल म्लान होना, निस्तेज __ खूब जलना । वकृ. मिसमिसंत (णाया १,
। देखो मिहो (उप ९४७ आचा)। मिला होना । मिलाइ, मिलाइ (दे २, । १-पत्र १६ तंदु २६ उप ६४८ टो)। मिहुण न [मिथुन] १ स्त्री-पुरुष का युग्म, १०६; ४, १८; २४० षड्)। वकृ. मिला
मिसल (अप) सक [मिश्रय ] मिश्रण करना, | दंपती (हे १, १८७; पानः कुमा)। २ अंत, मिलाअमाण (पि १३६, ठा ३, ३;
मिलाना । भराठी में "मिसलणें'। मिसलइ __ ज्योतिष-प्रसिद्ध एक राशि (विचार १०६) । णाया १, ११)। (भवि)।
मिहोप [मिथस ] परस्पर, मापस में (उप मिला विम्लान] निस्तेज, विच्छाय मिसल (प) देखो मीस. मीसालिअ ९७६; स ५३६ पि ३४७) । मिलाण (गाया १, १-पत्र ३७; स
(भवि)।
- मीअ न [दे] समकाल, उसी समय (दे ६, ४२५) हे २. १०६, कुमा; महा)।
मिसिमिस देखो मिसमिस वकृ. मित- १३३) । मिलाण न [दे] पर्याण (?)'--थासगमिला
मिसंत, मिसिमिसिंत. मिसिमिसिमाण, मीण पुं[मीन] १ मत्स्य, मछली (पामा णचमरोगंडपरिमंडियकडीणं' (औप)।
मिसिमिसीयमाण, मिसिमिसेंत मिसि- गउड प्रोघ ११६ सुर ३, ५३, १३, ४६)। मिलाणि स्त्री [ म्लानि] विच्छायता (उप । मिसेमाण (प्रौप, कप्पः पि ५५८; उवाः । २ ज्योतिष-प्रसिद्ध राशि-विशेष (सुर ३, ५३; १४२ टी)
पि ५५८ गाया १,१-पत्र ६४)। विचार १६ संबोध ५४) -
मिहं)
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