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[दौहित्रवत्-द्युम
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शब्दरत्नमहोदधिः। दौहित्रवत् त्रि. (दौहित्र+मतुप्) लेने ४२नो. ी२7 | द्युत्, द्युत त्रि. (द्युत्+क्विप्/द्युत्+क) धोतमान, હોય તે, પુત્રના પુત્રવાળું.
____ मान (पुं. धुत् क्विप्) 8२९.. दौहित्रायण पुं. (दुहितुः अपत्यं अनुष्या. अञ् फक् | धुतरु पुं. (धुनः स्वर्गस्य तरुः) 5८५वृक्ष. च) हरीनो हीरो, होत्रि..
द्युतान त्रि. (द्युत्+शानच् वेदे शपो लुक्) धोतनशील, दौहित्री स्त्री. (दुहितुरपत्यं स्त्री. ङीप) पुत्रीन पुत्री.. ___प्राशवाणु, ते४स्वी. दोहद न. (दोहद+अण्) मि५, गस्त्रिीनी धुति स्त्री. (द्योततेऽनयेति द्युत्+ इन्) दीप्ति, न्ति. -
समिष- संद्रष्टुकाम इव दौहदकाललीलां संभोक्तु- काच काञ्चनसंसर्गाद् धत्ते मारकती द्युतिम्-हि०
मभ्रसरणौ विजहार धीरः" - जीवं० च० का० ।। प्र० ४१। शोभा, प्र.(२१, साहित्यप्रसिद्ध स्त्रीमानो दौहदिनी स्त्री. (दौहृद+णिनि+ङीप्) is स्त्री, मे. सारिप मां.२, Bि२४, येतनावृद्धि. (पुं.) साम[स्त्री.
તામસ નામના મનુનો પુત્ર, તે નામના એક ઋષિ. द्यविद्यवी (स्त्री.) हिवस...
द्युतिकर त्रि. (द्युतिं करोतीति कृ+अच्) धुति ४२८२, द्यावाक्षमा, द्यावापृथ्वी, द्यावापृथिवी, द्यावाभूमि 1. ७२नार. (पुं.) ध्रुव.
स्त्री. द्वि. व. (द्योश्च क्षमा च दिवो द्यावादेशः/द्योश्च | द्युतित त्रि. (धुत्+क्त बाहु० न गुणः) हप्तिवाणु, पृथ्वी च/द्योश्च पृथिवी च द्योश्च भूमिश्च) At | inald. (न. धुत्+भावे क्त) हाप्ति, न्ति. भने पृथ्वी, स्व० भने भूमि - सह द्यावापृथिव्योश्च | द्युतिधर पुं. (घुतिं देहगतां कान्ति धारयति अन्तर्भूतण्यर्थे तथा स्विष्टकृतेऽन्ततः - मनु० ३।८६। - “द्यावाभूमी धृ+अच्) विष्] - "तेजो वृषो द्युतिधरः' - विष्णुस० । जनयन्' - अनुमानचि. म. धृतश्रुतिः ।
(त्रि. द्युतिं कान्ति धारयति) न्तिमान, तस्वी.. धु (अदा. पर. स. अनिट्-द्यौति) शत्रु ७५२. हुमता द्युतिमत् त्रि. (द्युतिः+प्रशंसायामस्त्यर्थे मतुप्) अन्तिमान, ४२वो, भए। २.
સુન્દર કાન્તિવાળું. (૬) સ્વયંભૂ મનુનો તે નામે धु न. (दिव्+उन् किच्च वलोपश्च) गगन, Altel, એક પુત્ર, સપ્તર્ષિનો એક ભેદ, તે નામનો એક મદ્ર हवस, स्वा. (पुं.) अग्नि, यित्रान 3.
દેશનો રાજા, શાલ્વ દેશનો તે નામનો એક રાજા, धुक पुं. (धु+के+क) घुवर ५क्षी..
મદિરાશ્વ રાજાનો તે નામનો એક પુત્ર. धुकारि पुं. (धुकानामरिः) tul.
(पुं. द्युतिरस्यास्तीति मतुप्) यंद्रमा, यंद्र. धुक्ष त्रि. (दिवि धुनि वा क्षयति क्षि निवासे ड) | द्युतिला स्त्री. (धुति लाति, ला+क) औषधिनी मे સ્વર્ગલોકમાં રહેનાર, દીપ્તિવાળું, કાન્તિવાળું.
मेह. धुग पुं. (धुनि दिवि वा आकाशे गच्छति गम्+ड) | धुधुनि, धुनदी स्त्री. (धुनः धुनिः - नदी) स्व[ नही, ___५६, juी.. (त्रि.) मा.शमा मान. १२.२. ___ojou. धुगण पुं. (यूनां गणः) हिवसनी. समूह, ज्योतिषशास्त्र. धुन (न.) ज्योतिषशास्त्र प्रसिद्ध सनथी. सात, स्थान.
प्रसिद्ध म - रविदिनाप्तगाधिकमासकैः । । धुनिवास, धुनिवासिन् पुं. (दिवि धुनि वा निवासो
कृतदिनैः सहितो धुगणो विधोः - सिद्धान्तशिरो० ।। ___ यस्य/धुनि निवसति, नि+वस्+णिनि) हेव, देवता, धुगत् न. (धु+गम्+क्विप्) , सत्व२, ४८ही. सु२ - सुरं शोकाग्निनाऽगात् धुनिवासभूयम् - घगी स्त्री. (ग+स्त्रियां जातित्वात ङीष) पक्षिा. भट्टि०२।२१। ___जिए..
धुनिश न. (धु च निशा च द्वयोः समाहारः) हिवसधुचर त्रि. (दिवि धुनि वा आकाशे चरतीति चर्+ट) । रात्रि - "भवति किं धुनिशं धुनिवासिनाम्' - ५क्ष, पंज, अड, विधाय२.
__सिद्धान्तशिरोमणि० । धुज्या (स्त्री.) योतिषशास्त्र प्रसिद्ध ६६३५. या.. | धुप, धुपति पुं. (घुम् पातीति/धुनः पतिः) ईन्द्र, सूर्य, द्युत् (भ्वा. आ., अ. सेट-द्योतते) utob, शोमj, ___ माउ.
हापj - दिद्युते च यथा रविः - भट्टि० ८।४६। - | छुम त्रि. (धु+अस्त्यर्थे म) (हवसवाणु, २a[auj, व्यद्योतिष्टसभावेद्यामसौ नरशिखित्रयी - शिशु० २।३।। मनिवाj.
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