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अस्त्रयन्त्र त्रि. (अस्त्राण्येव यन्त्राणि) धनुष्य से खेड પ્રકારનું યંત્ર, જેના વડે તીરોથી મારી શકાય. अस्त्रयुद्ध न. ( अस्त्रेण युद्धम् ) अस्त्री वडे युद्ध. अस्त्रलाघव त्रि. (अस्त्रेषु लाघवम्) अस्त्रने धारण
शब्दरत्नमहोदधिः ।
ક૨વામાં અગર અસ્ત્રને ચલાવવામાં કુશળ. अस्त्रविद् पु. ( अस्त्रं वेत्ति विद् + क्विप्) हथियार वापरी જાણનાર, આયુધ વિજ્ઞાનમાં નિષ્ણાત.
अस्त्रविद्या स्त्री. ( अस्त्राणां विद्या) हथियारनो प्रहार વગેરે શી રીતે કરવો તેની વિદ્યા. अस्त्रवेद पु. (अस्त्रस्य तत्प्रयोगादेः ज्ञापको वेदः) जस्त्रो કેવી રીતે વાપરવાં તે જણાવનારું શાસ્ત્ર, – धनुर्वेद. अस्त्रशिक्षा स्त्री. (अस्त्रस्य शिक्षा) अस्त्र सैनि थवानी વિદ્યા, અસ્ત્ર ચલાવવું અગર પાછા ખેંચવાની વિદ્યા. अस्सायक पु. ( अस्त्रं क्षेप्यं सायक इव) १. सोखंडनु जारा, २. नाराय नामनुं सोखंडी अस्त्र. अस्त्रहीन त्रि. ( अस्त्रेण तत्प्रयोगेण वा हीनः ) स्त्री વિનાનું, શસ્ત્રોના વ્યાપાર વગરનું, કેવળ વાણીનું જ युद्ध वगेरे.
अस्त्रागार न. ( अस्त्राणामगारम् ) हथियार राजवानुं घर અથવા આયુધશાળા.
अस्त्राघात पु. ( अस्त्रेण आघातः) हथियारनो भार. अस्त्राहत त्रि. (अस्त्रेण आहतः ) १. हथियारथी भारेल, ૨. હથિયારથી ઘાયલ થયેલ.
अस्त्रिन् त्रि. (अस्त्रं धनुरस्यास्ति इनि) १. धनुधारी, ૨. હથિયાર ધારણ કરનાર.
अस्त्रीक त्रि. ( न स्त्री यस्य कप्) स्त्री विनानुं, स्त्री વગરનું, જે સ્ત્રી ન હોય, પુલ્ડિંગ અગર નપુંસક सिंग.
अस्थाग त्रि. (अस्थामस्थितिं गच्छति गम् +ड) अगाध. अस्थाघ त्रि. (अस्थामस्थितिं हन्तीति अस्था+हन् + अप्) ઉપ૨નો અર્થ જુઓ.
अस्थान न. (न स्थानम्) १. राजस्थान, २. उल स्थान, उ. अयोग्य स्थान, ४. विशिष्ट स्थान अगर प्रदेश- अस्थानैवोपगतयमुनासङ्गमेवाभिरामाः- मेघ० अस्थाने अव्य. ( न युक्तं स्थानम् ) १. अयोग्य,
२. अयुक्त, अडु, ऋतु विनानुं अयोग्य, वस्तु वगरनुं, अस्थाने महानर्थोत्सर्गः क्रियते मुद्रा. ३. अस्थायिन् त्रि. ( न स्थायी) १. अंगण. २. स्थायी नहि ते.
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[ अस्त्रयन्त्र - अस्थिमय
अस्थावर त्रि. ( न स्थावर) स्थावर नहि ते, भंगम. अस्थास्नु त्रि. ( न स्था स्नु) संयज, अधीर. अस्थि. न. ( अस्यते अस्+क्थिन् ) डाउडु, गोटसी अगर डोई इजनो हणियो. -न कर्पासास्थि न तुषान्मनु. ४।७८ (डेटलाई समासभां अस्थि शब्द अस्थ जनी भय छे, प्रेम -अनस्थ, पुरुषास्थ) अस्थिक न. ( अस्थि + कन्) उपलो शब्द दुखी.. अस्थिकुण्ड न. ( अस्थिभिः भृतं कुण्डम् ) हाडांथी ભરેલો નરકનો કુંડ, એક નરકનું નામ. अस्थिकृत् त्रि. ( अस्थि करोति अस्थि+कृ+क्विप्) थरजी, भेह धातु. अस्थिच्छलित न. भग्न नामनुं खेड व्याधिनुं निधान. अस्थिज पु. ( अस्थ्नो जायते जन् + ड) अस्थिधातुथी ઉત્પન્ન થનાર મજ્જાતંતુ.
अस्थिति स्त्री. (न स्थितिः) स्थितिनो अभाव, अस्थिरता, भर्याछानो अभाव, निर्भयपणुं. अस्थिति त्रि. (न स्थितिर्यस्य) स्थिरता वगरनुं, अंगण,
નિર્ભયદિ, મર્યાદા અગર શિષ્ટ વ્યવહાર રહિત. अस्थितुण्ड पु. ( अस्थीव कठिनं तुण्डमस्य) पक्षी, पं.
अस्थितेजस् पु. ( अस्थ्नां तेजः) यरजी, वसा. अस्थिधन्वन् पु. (अस्थि अस्थिमयं धनुरस्य) शिव, महादेव.
अस्थिपञ्जर पु. ( अस्थिरपञ्जर) हाउपिं४२ अस्थिप्रक्षेप पु. ( मृतस्यास्थ्नो ) गङ्गाजले विधानेन प्रक्षेपः)
મરેલાનાં હાડકાં ગંગાજળમાં વિધિપૂર્વક નાંખવાં તે. अस्थिबन्धन त्रि. (अस्थ्नां बन्धनम् ) स्नायुओ. अस्थिभक्ष पु. ( अस्थि भक्षयति भक्ष् + अण्) १. डाउड जाना खेड पक्षी, २. तरी.
अस्थिभङ्ग पु. ( अस्थ्नो भङ्गः ) हाउडानुं लांगवु. अस्थिभुज् पु. ( अस्थि भुङ्क्ते भुज् + क्विप्) - अस्थिभक्ष शब्द दुख..
अस्थिभेदिन् त्रि. (अस्थ्नां भेदी) ने हाडांने वेधी नाचे ते अत्यंत छोर - वाचस्तीक्ष्णातिभेदिनः महा० ३ ३१२ १३
अस्थिमत् त्रि. (अस्थीनि सन्त्यस्य मतुप् ) डाउडवाणुं હરકોઈ પ્રાણી.
अस्थिमय त्रि. (अस्थि + मयट् ) हाडांनुं जनावेस हथियार.
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