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द्वितीयकाण्डम्
वनस्पतिवर्गः ४
चिंचोडकं चिचोर्डस्या - दर्जेगन्धातु कावरी ॥१२७॥ पुमान्स्यादण्डखर्जूरः स एवैरण्डचिर्भिटः ।
॥ वनस्पतिवर्गः समाप्तः ॥
१२५
(१) चिचोट के दो नाम चिचोडक १, चिचोड़ २ नपुं० । (२) तिलवन के दो नामअजगन्धा १, कावरी २ स्त्री० । (३) पतीता (अणरनेवा) के दो नाम - अण्डखर्जूर १, एरण्डचिर्भिट २ पु० । ॥ वनस्पतिवर्ग समाप्त ||
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