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पच्चार- - उपालम्भ पच्चारिअ - उपालंभ - प्राप्त
पच्चालिय- प्लावित
पच्चावेणिअ -- सन्मुख आगत पच्चुअ - दीर्घ
पच्चुच्छाहण - मदिरा, सुरा पच्चुडरिअ - प्रत्युद्गत
पच्चोल्लिड - प्रत्युत
पच्छल - पश्चात्
पद्मामुर – वृद्ध पट्ट – वस्त्र
पड - ग्राम की सीमा का स्थान
पडअसाइमा -- भील के सिर पर पहनी जाने वाली पत्रपुटी
पडंसुआ - प्रतिध्वनि
पडसुगा --- मोर्वी, धनुष्य की डोरी पडड्डाली - क्रीडा
पडमा - तंबू
पडहच्छ-- १ समूह । २ प्रतिपूर्ण पडहत्थ - प्रतिपूर्ण
पडार - चोरों का समूह
पडिअ -- १ मंगलपाठक । २ आचार्य पडिउंचण -- प्रतिकार पडिक्किआ - प्रतिकृति
पडिज्झय - विसर्जक पडिपल्लिल -- पूजनीय
पडिरिग्गअ - भग्न
पडिसिद्धि - प्रतिस्पर्धा
-
पडिसोत्त- प्रतिकूल पsिहस्थिय - परिपूर्ण पडुज्जइणी - युवती, तरुणी पडोल्लिय - अत्यन्त आक्रुष्ट
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देशी शब्दकोश
पड्डु बायां हाथ पडुल्ल - निर्धन
पढुक्क - प्रवृत्त - प्रवृत्त इत्यर्थे देशी पत्तण्णी - रथ्या
पत्तल - १ पतला, कृश, छोटायवीयस इत्यर्थे देशी ।
२ सुन्दर
यत्तलि --- पत्तों का बना भाजन
पत्तलिया- दुबली - कुशा इत्यर्थे देशी
पत्तुट्ठ - प्रवीण पत्थण-मोटा वस्त्र
पत्थर - मौर्वी, प्रत्यंचा पत्थरी - १ बिछौना । २ समूह पत्थी – पात्र, भाजन पत्थेवाअ --- पाथेय
पथिप्पिर - गलता हुआ पबोल्लिअ - प्रकथित, कहा हुआ पमय — मर्कट पम्हलिअ -- धवलित, सफेद किया हुआ
पम्हुट्ट - १ प्रमुषित। २ प्रसृष्ट परइ-प्रभात
परट्ट - १ भीत । २ पतित । ३ पीडित
परभत्त - १ भीरु । २ निष्पीड परय – १ प्रभात । २ आने वाल
दिन
परवाली - पर स्त्री
परिअंभ - कर्मकृत्
परिअवि - परिच्छिन्न
परिअद्रिअ - प्रकटित, व्यक्त परिअड्डअ - प्रकटित
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