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________________ परिशिष्ट १ व्याकुल बना हुआ धसक्क - हृदय की घबराहट की आवाज धसक्किय --- अत्यन्त घबराया हुआ धाडय - डाका डालने वाला (राज) धाडेती धारायर -- निशाचर धाह - आक्रोश, क्रन्दन (मराठी- धाय) धाहाविय - शोकयुक्त धाहिय - पलायित, भागा हुआ धिज्जाइय-ब्राह्मण धिरत्थु - धिक्कार है धिसि - धिसि - धिक् धिक् धोया - पुत्री ( पंजाबी - धी ) धुअराय - भ्रमर, भौंरा धुंधुमारि - १ कोलाहल । २ धूल-धक्क धुक्कोडिअसंशय धुक्कोडिया - शंका धुडूकी-मन --- धुत्तीरय-धतूरे का पौधा धुत्तीरिअ - धतूरे के पान से ग्रस्त धुम्मुक्कवाद्य विशेष धुवगाय-भ्रमर धुहअ - पुरस्कृत, आगे किया हुआ धूमद्धम अहिसीअ - कृत्तिका नक्षत्र धूमवत्ति-सुगंधित पानी धूलिहडी - पर्व - विशेष धोरण - वाहन धोरणी- पंक्ति धोवी-धोबी, रजक Jain Education International प पइ – 'तुमने अर्थ का द्योतक अव्यय पइअ - विस्तीर्ण पइद--प्रवृत्त पइसइ — कोमल पओलि - मार्ग पओलिय — पक्व पंगुत्त - १ ढका हुआ - प्रावृत्त इत्यर्थे देशी । २ प्रावरण पंगुरण - प्रावरण पंगुरुण - प्रावरण- प्रावरण इत्यर्थे देशी पंचरिअ - जहाज का कर्मचारीविशेष पंचावण्णा - पचपन की संख्या पंचेडिम - विनाशित पंजिअ - यथेच्छ दान, मुंह मांगा दान पंजोहार — धान्यादि प्रदेश पंडरंगु- ग्राम का अधिपति पंडार - ग्वाला ४८ १ पंभल - सुन्दर अक्षि-लोम वाला कोक्किय- आहूत, बुलाया हुआ - आहूत इत्यर्थे देशी पक्कडिअ - प्रस्फुरित पक्कण- -१ अति शोभावान् । २ भग्न । ३ श्लक्ष्ण पक्खखारिय - सन्नद्ध पक्खुलिया - दासी पक्खोडिय—कम्पित पगल – पग, पांव पग्गल पागल पच्चल - प्रचुर For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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