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(३२) ७. साध्वी सिद्धप्रज्ञा
सूत्रकृतांग (द्वितीय श्रुतस्कन्ध), स्थानांग,
बृहत्कल्प, पिण्डनियुक्ति ८., निर्वाणश्री
आवश्यक (प्रथमभाग), सूत्रकृतांग,
(प्रथम श्रुतस्कंध) ६. समणी स्मितप्रज्ञा
उत्तराध्ययन १०. समणी कुसुमप्रज्ञा भगवती, ज्ञाताधर्मकथा, उपासकदशा,
अंतकृद्दशा, अनुत्तरोपपातिकदशा, प्रश्नव्याकरण, विपाकश्रुत, औपपातिक, राजप्रश्नीय, जीवाभिगम, जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति, निरयावलिका, अंगविज्जा, अनुयोगद्वार, नंदी, ओपनियुक्ति, जीतकल्पभाष्य, प्रवचनसारोद्धार, इसिभासिय
प्राचीनकर्मग्रंथ । विशेष सहयोगी
मुमुक्षु निरंजना ... साध्वियों के साथ सहयोगी के रूप में कार्य करने वाली समणियों व मुमुक्षु बहिनों के नाम इस प्रकार हैं
१. साध्वी शारदाश्री २. , जगत्प्रभा ३. , शशिकला
कमलयशा , अमितश्री ६. , मर्यादाश्री ७. , प्रज्ञाश्री ८. समणी स्थितप्रज्ञा ६. समणी मधुरप्रज्ञा १०. समणी विशुद्धप्रज्ञा ११. समणी सरलप्रज्ञा १२. समणी परमप्रज्ञा १३. समणी शशिप्रज्ञा
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