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विसुद्ध-वृक
विसुद्ध
विसुद्ध विसुद्धतर विसुद्धि विसूरण विसेसक विसेसादिट्ट विसोधेति विसोहण विसोहि विसोहि विसोहिज्जइ विसोहीकरण विस्तर विस्तराल विस्तार विस्तारित विस्तीर्णप्रज्ञ विस्वर
परिशिष्ट १ : २५५ (अणुत्तर) विहि
(उस्सय) (निम्बुड) वीतगेहि
(खंत) (अब्भहियतर) वीतराग
(निर्मम) (अहिंसा) वीतरागादेस
(आणा) (आयास) वीथि
(पृ १३७) (णिडालमासक) वीभिति
(तसंति) (अप्पियववहारिय) वीमंसा (आभिणिबोहिय) (वोसिरति) वीमंसा
(ईहा) (वमण) वीमंसा
(संशय) (आलोयण) वीयि (आगासस्थिकाय) (आवस्सय) वीर
(पृ १३७) (आलोइज्जइ) वीर
(पृ १३७) (उत्तरकरण) वीर (विभजन) वीर
(सूर) (ओराल) वीर
(पंडिय) (पृथ)
(जोग) (परिक्खित्त) वीरिय
(उट्ठाण) (महापण्ण) वीरिय
(११३७) (करुण) वीवाह
(समागम) (पृ १३७) वीसास
(अहिंसा) (आगासस्थिकाय) वुग्गह
(अबंभ) (पहर)
(पृ १३८) (ओवीलेमाण) दुग्गाहित (पृ १३७) वुच्चमाण
(पृ १३८) (उढ) वुड्ढ
(जुग्ण) (विहि)
(पृ १३८) (पंथ) वुड्ड
(महन्वय) (विहरण) वृत्त
(भणिय) (लूसग) वृत्त
(पृ १३८) (धारणववहार) सिम
(वसुम) (पृ १३७) वृक
(पृ १३८)
' ' ཡཾ ཡཾ ཀྐཱ ཙྪཱ ཟླ བློ ཀློ ཙྪཱ ཙྪི ཙླི ཨཱི ༧ ༈ # ཝ ལ སྒྲ ཙྪཱ ཙྪཱ ཙྪཱ ཙྪཱ བློ་
वीरिय
विह
वुग्गह
विह विहण विहम्मेमाण विहरण विहल विहाण विहार विहार विहारग विहारणा
विहि
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