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लेश्या-कोश '२९ लेश्या-स्थानों का अल्प-बहुत्व •२६ १ जघन्य स्थानों में द्रव्यार्थ, प्रदेशार्थ तथा द्रव्य-प्रदेशार्थ अल्प-बहुत्व
एएसि णं भंते ! कण्हलेसाठाणाणं जाव सुक्कलेस्साठाणाण य जहन्नगाणं दव्वट्ठयाए पएसठ्ठयाए दव्वपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?
गोयमा! सव्वत्थोवा जहन्नगा काऊलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए, जहन्नगा नीललेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा ; जहन्नगा कण्हलेस्साठाणा दवट्ठयाए असंखेजगुणा, जहन्नगा तेउलेस्साठाणा दव्वदृयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा पम्हलेसाठाणा दवट्टयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा सुक्कलेस्साठाणा दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा ।
पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा जहन्नगा काऊलेस्साठाणा पएसट्टयाए, जहन्नगा नीललेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा कण्हलेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा तेऊलेस्साठाणा पएसट ठयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा पम्हलेस्साठाणा पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा सुक्कलेस्साठाणा पएसटयाए असंखेजगुणा ।
दब्वट्ठपए सट्टयाए-सव्वत्थोवा जहन्नगा काउलेम्साठाणा दव्वट्ठयाए, जहन्नगा नीललेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, एवं कण्हलेस्सा, तेऊलेस्सा, पम्हलेस्सा, जहन्नगा सुक्कलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नएहिंतो सुक्कलेसाठाणेहिंतो दवट्ठयाए जहन्नगा काऊलेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा, जहन्नगा नीललेस्साठाणा पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा, एवं जाव सुकलेस्साठाणा ।
-पण्ण० प १७ । उ ४ । सू १२४७ । पृ० २६८ द्रव्यार्थ रूप में-जघन्य कापोतलेश्या स्थान सबसे कम है, जघन्य नीललेश्या स्थान उससे असंख्यातगुण हैं, जघन्य कृष्णलेश्या स्थान उससे असंख्यातगुण है, जघन्य तेजोलेश्या स्थान उससे असंख्यातगुण है, जघन्य पद्मलेश्या स्थान उससे असंख्यातगुण है, जघन्य शुक्ललेश्या स्थान उससे असंख्यातगुण है ।
इसी प्रकार प्रदेशार्थ रूप में जानना चाहिए ।
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