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विषय
• १ चित्त समाधि
. २ शरीर निर्गत तेजोलेश्या की शक्ति
(ख) स्वयं की तेजोलेश्या से गोशालक भस्मसात्
- १३ स्कंदक परिव्राजक
• १४ ग्यारहवें चातुर्मास के बाद की घटना
वाइलो वणिक् — एक घटना
- १५ भगवान् को वंदनार्थ जाने का उदाहरण
.२ जनमानस का आगमन
नंदिवर्द्धन का आगमन
श्रेणिक राजा और चेलणादेवी
जमाली आदि
जमाली का विहार
(ट) भगवान महावीर और कोणिक राजा की भगवद् भक्ति भगवान् महावीर और धर्म-संदेश वाहक
कूणिक का भगवान् को वंदन
चम्पानगरी में भगवान् महावीर का पदार्पण
तथा लोगों में उनकी चर्चा
मनुष्य परिषद्
कूणिक का भगवान् को अभिवंदन करने के लिए जाना चम्पा में (बारह प्रकार की परिषद् में) भगवान का उपदेश भगवान् से धर्म सुनकर - आगार - अनागार धर्म ग्रहण किया भगवाम् की धर्मदेशना से प्रभावित होकर
सुभद्रा प्रमुख देवियों को श्रद्धा होना
• १ ऋषभदत्त और देवानंदा
देवानंदा के स्तन से दुग्धधारा बह निकली
३ राजगृह में पदार्पण की सूचना
४ हस्तिनापुर की परिषद्
.५ युगान्तरकृतभूमि - पर्यायान्तरकृतभूमि .६ विविध संकलन
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.७ भगवान् महावीर और अच्छेरे - आश्चर्य
• १ गणधर गौतम -- एक प्रसंग
गौतम का अष्टापद पर आरोहण
पाँच सौ तापसों ने गौतम स्वामी से दीक्षा ग्रहण की गौतम स्वामी के द्वारा दीक्षित तापसों को कैवल्यज्ञान
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