________________ इसमें भगवान महावीर का समग्र जीवनकथा के विषय में जो सामग्री आगमों में उपलब्ध होती है उसका संकलन हुआ ही है। साथ ही उस मूल सामग्री को बाद के आचार्यों ने किस प्रकार सजाया है उसका भी ज्ञान इस कोश से जिज्ञासुकों को सहज ही में हो जाता है। इसमें मूल श्वेताम्बर जैन आगमों से तो सामग्री ली ही गई है और आगमों की टीकाओं-नियुक्ति, भाष्य, चूर्णि, संस्कृत टीका से भी सामग्री एकत्र की गई है। इतना ही नहीं उसके अलावा दिगम्बर मौलिक ग्रन्थों कसाय-पाहुंड आदि का भी उपयोग किया गया है इतना ही नहीं किन्तु श्वेताम्बर और दिगम्बर पुराणों और आचार्यों लिखित संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश भाषा में लिखे गए महावीर के चरित ग्रन्थों से भी सामग्री का संकलन किया गया है। इस तरह यह वास्तविक रूप से 'वर्धमान जीवन कोश' नाम को सार्थक करता है / -दलसुख मालवणिया Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org