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सोम - सोमाल
सोम पुं. चन्द्र । भ० पार्श्वनाथ का पांचवां गणधर । एक प्रसिद्ध क्षत्रिय वंश | चतुर्थ | बलदेव और वासुदेव का पिता । एक विद्या धर नर- पति, ज्योतिःपुर का स्वामी । एक सेठ । एक ब्राह्मण । चमरेन्द्र, बलीन्द्र, सौधर्मेन्द्र तथा ईशानेन्द्र के एक-एक लोकपाल । अमृत । आर्यसुहस्ति
।
सोमलता । उसका रस सूरि का एक शिष्य ।
पुंन. देव-विमान
विशेष | वि. कीर्तिमान् । काइय पुं [ कायिक] सोम लोकपाल का आज्ञाकारी देव । 'ग्गहण न [° ग्रहण ] चन्द्र ग्रहण | 'चंद पुं ['चन्द्र ] ऐरवत क्षेत्र में उत्पन्न सातवें जिन देव | आचार्य हेमचन्द्र का दीक्षा समय का नाम । 'जस पुं ['यशस् ] एक राजा । "णाह देखो 'नाह । 'दत्त पुं. एक सोमणस न [ सौमनस्य ] सुन्दर मन, संतुष्ट
वन |
मन । प्रशस्त मन ।
सोमणसा स्त्री [ सौमनसा ] जम्बू - वृक्ष - विशेष, जिससे यह द्वीप जम्बूद्वीप कहलाता है । एक राजधानी । सौमनस वन की एक वापी । पक्ष की पाँचवीं रात्रि ।
सोमणसिय वि [ सौमनस्थित] संतुष्ट मन
ब्राह्मण । एक जैन मुनि भद्रबाहु स्वामी का शिष्य । भ० चन्द्रप्रभ स्वामी को प्रथम भिक्षादाता | राजा शतानीक का एक पुरोहित । "देव पुं. सोम लोकपाल का सामानिक देव । भ० पद्मप्रभ को प्रथम भिक्षा दाता । नाह पुं [°नाथ] सौराष्ट्र देश को सुप्रसिद्ध महादेवमूर्ति । प्भ, प्ह पुं [भ] क्षत्रियों के सोमवंश का आदि पुरुष, बाहुबलि का एक पुत्र । तेरहवीं शताब्दी का एक जैन आचार्य और ग्रन्थकार । चमरेन्द्र के सोम - लोकपाल का उत्पात-पर्वत । 'भूइ पुं [भूति] एक ब्राह्मण । भूइयन [भूतिक] एक कुल । 'यन [क] कौत्स गोत्र की शाखा । 'व, 'वा वि [प, पा] सोमरस पीनेवाला । सिरी स्त्री [ श्री] एक ब्राह्मणी । सुंदर पुं [सुन्दर ] एक प्रसिद्ध जैनाचार्य तथा ग्रन्थकार । 'सूरि पुं. आराधना - प्रकरण का कर्ता एक जैनाचार्य |
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
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देखी सौम्म ।
सोमइअ वि [ दे] सोने की आदतवाला । सोमंगल पुं [ सौमङ्गल] द्वीन्द्रियजन्तु की एक जाति ।
सोमणंतिय वि [ स्वापनान्तिक, स्वाप्नान्तिक] सोने के बाद या स्वप्न विशेष में किया जाता प्रतिक्रमण |
सोमणस पुं [ सौमनस ] महाविदेह वर्ष का एक वक्षस्कार पर्वत | उस पर रहनेवाला एक महर्द्धिक देव पक्ष का आठवाँ दिन । पुंन. सनत्कुमार नामक इन्द्र का एक पारियानिक विमान | छठवाँ ग्रैवेयक- विमान | सौमनसपर्वत का एक शिखर । न मेरु पर्वत का एक
वाला । प्रशस्त मनवाला ।
सोमणस्स देखो सोमणस = सौमनस्य । सोमणस्सिय देखो सोमणसिय । सोमल्ल देखो सोअमल्ल | सोमहिंद न [दे] उदर । सोमहिड्ड पुं [दे] पंक, कादा । सोमा स्त्री. शक्र के सोम आदि चारों लोकपालों की एक-एक पटरानी | सातवें जिनदेव की प्रथम शिष्या । सोम लोकपाल की राजधानी । सोमा स्त्री [सौम्या ] उत्तर दिशा । सोमाण न [ श्मशान] मशान, मरघट । सोमाणस पुं [ सौमानस ] सातव ग्रैवेयक सोम वि[सौम्य ] अरौद्र । नीरोग । प्रशस्त, विमान श्लाघ्य । प्रिय दर्शन | मनोहर । शान्त सोमार आकृतिवाला | शोभा-युक्त, दीप्तिमान् । सोमाल
देखो सुकुमार ।
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