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रोहण-लंछ
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष त्रैराशिक मत का प्रवर्तक एक आचार्य । . विशेष । रोहण वि. चढ़ना । उत्पत्ति । पुं. पर्वत- रोहिआ स्त्री [रोहित्, रोहिता] एक नदी । विशेष । एक दिग्हस्ति-कूट ।
रोहिंसा स्त्री [रोहिदंशा] एक नदी। रोहिअ [दे] देखो रोज्झ।
रोहिणि पु [रौहिणेय] एक प्रसिद्ध चोर । रोहिअ वि [रोहित] सुखाया हुआ । पु.| रोहिणी स्त्री. नक्षत्र-विशेष । चन्द्र की पत्नी । द्वीप-विशेष । पु मत्स्य-विशेष । न. तृण- ओषधि-विशेष । भविष्य में भारतवर्ष में विशेष । कूट-विशेष ।
तीर्थकर होनेवाली एक श्राविका । नववें बलरोहिअंस पु [रोहितांश] एक द्वीप। देव की माता । एक विद्या देवी । शक्रन्द्र की रोहिअंस' । स्त्री [रोहितांशा] एक नदी। पटरानी । सत्पुरुष किंपुरुषेन्द्र की अग्र-महिषी । रोहिअंसा ) पवाय पु [प्रपात] द्रह- | शक्रन्द्र के एक लोकपाल की पटरानी। तपविशेष ।
विशेष । रमण पु. चन्द्रमा । रोहिअप्पवाय पु [रोहिताप्रपात] द्रह- | रोहीडग न [रोहीतक] नगर-विशेष ।
लइणी
ल पु. मूर्ध-स्थानीय अन्तस्थ व्यञ्जन वर्ण- | राजा। विशेष।
लंका स्त्री [दे] शाखा । लइ अ. ले, अच्छा, ठीक ।
लंख । पुंस्त्री [लङ्ख] बड़े बांस के ऊपर लइ देखो लय-ला।
लंखग । खेल करनेवाली नट-जाति । स्त्री. लइअ वि [दे. लगित] पहना हुआ।
°खिगा। लइअल्ल पु[दे] वृषभ ।
लंगल न [लाङ्गल] हल। लइआ स्त्री [लतिका, लता] देखो लया। लंगलि पु [लाङ्गलिन्] बलभद्र, बलदेव । लइणा । स्त्री [दे] लता, वल्ली।
लंगलि° , स्त्री [लाङ्गली] शारदी लता।
लंगली । लउअ पुलकुच] बड़हल का गाछ । लंगिम पुंस्त्री [दे] जवानी । ताजापन, लउड । पु. [लकुट] लकड़ी, लाठी, डंडा । नवीनता। लउल ।
लंगूल न [लागूल] पुच्छ । लउस । पु [लकूश] एक अनार्य-देश । | लंगलि वि लाङगलिना पच्छवाला लउसय , पुंस्त्री. उस देश का निवासी । | लंगोल देखो लंगूल । स्त्री. °सिया।
लंघ सक [ल, लङ्घय्] लांघना। भोजन लंका स्त्री [लङ्का] सिंहलद्वीप को राजधानी।। नहीं करना। °लय वि. लंका-निवासी। °संदरी स्त्री | लंच [दे] मुर्गा । [सुन्दरी] हनूमान की पत्नी। °सोग पु लंचा स्त्री [लञ्चा] रिश्वत । [°शोक] राक्षस वंश का राजा । 'हिव पु लंचिल्ल वि [लाञ्चिक] घूसखोर । [°धिप] । हिवइ पु[धिपति] लंका का ) लंछ सक [लञ्छ] भाँगना । कलंकित करना।
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