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अत्थुग्गह-अद्दण्ण
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष अत्थुग्गह पं [अर्थावग्रह] इन्द्रियाँ और मन । अदिस्स देखो अहिस्स । द्वारा होनेवाला ज्ञान-विशेष, निर्विकल्पक अदीण वि [अदीन] दीनता-रहित । सत्तु पुं ज्ञान ।
[°शत्रु] हस्तिनापुर का एक राजा। अत्थुग्गहण न [अर्थावग्रहण] फल का अदु अ [दे] आनन्तर्य-सूचक अव्यय, अब, निश्चय ।
इससे । अथवा, या अधिकारान्तर का सूचक । अत्थुड वि [दे] छोटा।
अदुत्तरं अ [दे] आनन्तर्य-सूचक अव्यय, अब, अत्थुरण न [दे. आस्तरण] बिछौना ।
बाद । अत्थुरिय वि दे. आस्तृत] बिछाया हुआ । अदुय न [अद्रुत] धीरे-धीरे । बंधण न अत्थुवड न [दे] भिलावाँ वृक्ष का फल । । [°बन्धन] दीर्घकाल के लिए बन्धन । अत्थेक्क वि [दे] आकस्मिक, अचिन्तित ।। । अदुव । अ [दे] या । और । अत्थोग्गह देखो अत्थुग्गह ।
अदुवा अत्थोग्गहण देखो अत्थुग्गहण ।
अदोलि । वि [अदोलिन्] स्थिर । अत्थोडिय वि [दे] आकृष्ट ।
अदोलिर । अत्थोभय वि [अस्तोभक] 'उत', 'वै' आदि अद्द वि [आर्द्र] गीला, अकठिन । पुं. इस नाम निरर्थक शब्दों के प्रयोग से अदूषित ।। का एक राजा । एक प्रसिद्ध राजकुमार और अत्थोवग्गह देखो अत्थुग्गह।
पीछे से जैन मुनि । वि. आर्द्रराजा के वंशज । अथक्क न [दे] अकाण्ड, अनवसर, अकस्मात् ।
नगर-विशेष । °कुमार पुं एक राजकुमार (षड्) । वि. फैलनेवाला ।
और बाद में जैन मुनि । °मुत्था स्त्री अथव्वण पुं [अथर्वण] चौथा वेद-शास्त्र ।
["मुस्ता] कन्द-विशेष, नागरमोथा । मलग अथिर वि [अस्थिर] चंचल, अनित्य, शिथिल, न [Tमलक] हरा आमला। पीलु-वृक्ष की निर्बल, मजबूती से नहीं बैठा हुआ। °णाम
कली। शण वृक्ष की कली। रिट पुं न [°नामन्] नाम कर्म का एक भेद ।
[°ाटिष्ट] कमल कौआ। अद सक [अद्] खाना।
अद्द पुं [अब्द] मेघ, वर्षा । संवत् । अदसण देखो असण।
अद्द पुं [अ] आकाश । अदसण पुं [दे] चोर, डाकू।
अद्द पुंन [दे] परिहास । वर्णन । अदंसिया स्त्री [अदंशिका] एक प्रकार की अद्द सक [अर्द्र] पीटना । मीठी चीज ।
अद्दइअ न [ अद्वैत ] भेद का अभाव । वि. अदण न [अदन] भोजन ।
भेदरहित ब्रह्म वगैरह। अदत्त वि नहीं दिया हुआ। हार वि चोर। अद्दइन्ज वि [आर्दीय] आर्द्रकुमार-सम्बन्धी ।
हारि वि [ हारिन्] चोर । दाण न इस नाम का 'सूत्रकृताङ्ग' का एक अध्ययन । [दन] चोरी । दाणवेरमण न [°ादान- अईसण न [ अदर्शन ] दर्शन का निषेध, विरमण] चोरी से निवृत्ति, तृतीय व्रत । नहीं देखना। वि. परोक्ष, अन्धा । अधम अदन देखो अद्दण्ण।
निद्रा वाला । भूअ, हूय वि [°भूत] अरब्भ वि [अदभ्र] बहुत ।
जो अदृश्य हुआ हो। अदय वि [अदय] निर्दय, निष्ठुर । अद्दण । वि [दे | व्याकुल । अदिइ देखो अइइ।
अद्दण्ण ।
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