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६६४ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
मुक्कल-मुणि त्रित कन्याओं का विवाह ।
। मुग्घुरुड देखो मुक्करुड। मुक्कल वि [दे] उचित । स्वैर, बन्धन-मुक्त । मुचकुंद देखो मुउउंद । मुक्कलिअ वि [दे] बन्धन-मुक्त । अनियन्त्रित । मुच्छ अक [मूर्छ ] मूर्छित होना। आसक्त मुक्कुंडी स्त्री [दे] जूट ।
होना । बढ़ना। मुक्कुरुड [दे] राशि, ढेर ।
मुच्छणा स्त्री [मूर्च्छना] गान का एक अंग । मुक्केलय देखो मुक्क = मुक्त ।
मुच्छा स्त्री [मूर्छा] मोह । बेहोशी। गृद्धि, मुक्ख पुं [मोक्ष] निर्वाण । छुटकारा।
आसक्ति । मर्च्छना, गीत का एक अंग ।। मुक्ख वि [मूर्ख] अज्ञानी, बेवकूफ । मुच्छिअ वि [मूच्छित] मूर्छा-युक्त । पुं. मुक्ख वि [मुख्य] प्रधान, नायक ।
नरकावास-विशेष । मुक्ख पुंन [मुष्क] अण्डकोष । वृक्ष-विशेष । मुच्छिम पुं [मूच्छिम] मत्स्य-विशेष । चोर । वि. मांसल, पुष्ट ।
मुज्झ अक [मुह ] मोह करना । घबड़ाना । मुक्खणी स्त्री [मोक्षणी] स्तम्भन से छुटकारा मुट्टिम पुंस्त्री [दे] गवं । देखो मोट्टिम । करनेवाली विद्या-विशेष ।
मुट्ठ वि [मुष्ट] जिसकी चोरी हुई हो। मुख देखो मुह - मुख ।
मुट्ठि पुंस्त्री [मुष्टि] मूठी, मुक्का । °जुज्झ न मुख पुं. एक म्लेच्छ-जाति । गाड़ी के ऊपर का । [युद्ध] मुष्टि की लड़ाई, मृका-मकी । ढक्कन ।
पुत्थय न [पुस्तक] चार अंगुल वृत्तामुग देखो मुग्ग।
कार या चतुष्कोण पुस्तक । मुगुंद देखो मउंद = मुकुन्द ।
मुट्ठिअ ' [मौष्टिक] अनार्य-देश या मनुष्यमगंस पुंस्त्री [दे] हाथ से चलनेवाले जन्तु को जाति । मुट्ठी-मल्ल । वि. मष्टि सम्बन्धी । एक जाति । देखो मंगुस, मुग्गस।
मट्रिअ पुं [मष्टिक] मल्ल-विशेष, जिसको मुग्ग पुं [मुद्ग] मूंग। रोग-विशेष । जल- बलदेव ने मारा था। अनार्य देश या मनुष्यकाक । °पण्णी स्त्री [°पर्णी] वनस्पति- जाति । विशेष । °सेल पुं[शैल] कभी नहीं भीगने- मुठ्ठिका स्त्री [दे] हिक्का, हिचकी। वाला एक पर्वत ।
मुड्ढ देखो मुंढ । मुग्गड पुं[दे] मोगल, म्लेच्छ-जाति-विशेष ।। मुड्ढ वि [मुग्ध, मूढ] मूर्ख, बेवकूफ । व्यन्तर-विशेष । देखो मोग्गड ।
मुण सक [ज्ञा, मुण्] जानना । मुग्गर न [मुद्गरं] देखो मोग्गर। मुणमुण सक [मुणमुणाय] बड़बड़ाना । मुग्गरय न [दे. मुग्धारत] मुग्धा के साथ मुणाल पुंन [मृणाल] पद्मकन्द के ऊपर की रमण।
लता । पद्मनाल । पद्म आदि के नाल का मुग्गल देखो मुग्गड।
तन्तु । वीरण का मूल । कमल । मुग्गस पुं [दे] नकुल।
मुणालि पुं[मृणालिन्] पद्म-समूह । कमलमुग्गाह अक [प्र+स] फैलना।
वाला स्थान । मुग्गिल । पुं [दे] पर्वत-विशेष । मुणालिआ । स्त्री [मृणालिका, ली] मुग्गिल्ल ।
मुणाली , बिस-तन्तु, बिस का अंकुर । मुग्गुसु देखो मुग्गस।
__ कमलिनी । देखो मणालिया।। मुग्घड देखो मुग्गड ।
मुणि पुं [मुनि] राग-द्वेष-रहित मनुष्य, संत,
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