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पमाण-पम्ह संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
५३५ मानना, आदर करना।
ग्रह-विशेष, ज्योतिष्क देव-विशेष । न. प्रकृष्ट पमाण न [प्रमाण] यथार्थ ज्ञान । सत्य ज्ञान | आरम्भ, आदि, आपात । का साधन । जिससे नाप किया जाय वह । | °पमुह वि. ब. [प्रमुख] वगैरह, आदि । परिमाण । संख्या। न्याय-शास्त्र । पुंन. सत्य | प्रधान, श्रेष्ठ मुख्य । रूप से जिसका स्वीकार किया जाय वह । | पमुहर वि [प्रमुखर] वाचाल । माननीय, आदरणीय । सच्चा, ठीक-ठीक । पमेइल वि [प्रमेदस्विन्] जिसके शरीर में °वाय पुं [वाद] न्याय-शास्त्र, तर्क-शास्त्र । | चर्बी बहुत हो वह । °संवच्छर पुं[संवत्सर] वर्ष-विशेष । पमेय वि [प्रमेय] प्रमाण-विषय, सत्य-पदार्थ । पमाण सक [प्रमाणय] प्रमाण रूप से स्वीकार | पमेह पुं [प्रमेह] मेह रोग, मूत्र-दोष, बहुकरना।
मत्रता। पमाणिआ । स्त्री [प्रमाणिका, प्रमाणी] | पमोअ पुं [प्रमोद] आनन्द । राक्षस-वंश के पमाणी ) छन्द-विशेष ।
एक राजा का नाम, एक लंका-पति । पमाणीकर अक [प्रमाणी+कृ] प्रमाण करना, | पमोक्ख देखो पमुंच।
सत्य रूप से स्वीकार करना । | पमोक्ख पुंन [प्रमोक्ष] मुक्ति, निर्वाण । पमाद देखो पमाय प्र+मद् ।
प्रत्युत्तर । पमाद देखो पमाय = प्रमाद ।
पम्मलाअ अक [प्र+म्लै] अधिक म्लान पमाय अक [प्र + मद्] प्रमाद करना । होना। पमार पुं [प्रमार] मरण का प्रारम्भ । बुरी
पम्माअ । वि [प्रम्लान] विशेष म्लान, तरह मारना।
पम्माइअ ) अत्यन्त मुरझाया हुआ । पमिय वि [प्रमित] परिमित, नापा हुआ ।
शुष्क । पमिलाण वि [प्रम्लान] अतिशय मुरझाया
पम्माण वि [प्रम्लान] निस्तेज, मुरझाया हुआ।
हुआ । न. फीकापन, मुरझाना। पमिलाय अक [प्र + म्ल] मुरझाना।
पम्मि पुं [दे] हाथ । पमिल्ल अक [प्र+मील] विशेष संकोच | पम्मुक्क देखो पमुक्क । करना , सकुचना।
पम्मुह वि [प्राङ्मुख] पूर्व की ओर जिसका पमीय देखो पमा प्र + मा का कर्म. ।
मुंह हो वह । पमील देखो पमिल्ल।
पम्ह पुंन [पक्ष्मन्] आँख के बाल । पद्म पमुइअ वि [प्रमुदित] हर्ष-प्राप्त ।
आदि का केसर। सूत्र आदि का अत्यल्प पमुंच सक [प्र + मुच्] परित्याग करना । भाग । पाँख । केश का अन-भाग । अग्र-भाग । पमुक्त वि [प्रमुक्त] परित्यक्त।
महाविदेह वर्ष का एक विजय-प्रदेश । न. °पमुक्ख देखो °पमुह।
एक देव-विमान । °कंत न [°कान्त] एक पमुच्छिय पुं [प्रमूच्छित] नरकावास । देव-विमान का नाम । कूड पुं [°कूट] पमुत्त देखो पमुक्क।
पर्वत-विशेष । न. ब्रह्मलोक नामक देवलोक पमुदिय देखो पमुइअ।
का एक देव-विमान । पर्वत-विशेष का एक पमुद्ध वि [प्रमुग्ध] अत्यन्त मुग्ध ।
शिखर । °ज्झय न [°ध्वज] देव-विमानपमुह वि [प्रमुख] तल्लीन दृष्टिवाला । पुं. ' विशेष । 'प्पभ न [°प्रभ] ब्रह्मलोक का एक
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