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४८६ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
धाम-धिक्कार धाम पुन [धामन्] अहंकार, गई । रस आदि । °धर पुं. मेघ । वारि न. धारा से गिरता में लम्पटता। वि. गर्व-युक्त । रस आदि में जल । 'वारिय वि [°वारिक] जहाँ धारा लम्पट ।
से पानी गिरता हो वह । हय वि [°हत] धाम न [धामन्] बल, पराक्रम ।
वर्षा से सिक्त । हर देखो धर । धामइ° । स्त्री [धातकी] धाय का पेड़। धारावास पुं [दे] मेढ़क । मेघ । धायई ) °खंड पुं [°खण्ड] स्वनाम-ख्यात धारि वि [धारिन्] धारण करनेवाला। एक द्वीप । °संड पुं [ षण्ड] स्वनाम-ख्यात धारिट्ट न [धाष्टर्य] धृष्टता, उद्दण्डता, गर्व, एक द्वीप।
साहस । धाय वि [ध्रात] सन्तुष्ट । न. सुकाल ।
धारिणी देखो धारणी। धार सक [धारय] धारण करना । करजा धारी देखो धत्ती। रखना।
धारी देखो धारा। धार न. धारा-सम्बन्धी जल । वि.धारण करने- धाव सक. दौड़ना । शुद्ध करना, धोना। वाला।
धावणय पुं [धावनक] दौड़ते हुए समाचार धार वि [दे] लघु, छोटा ।
पहुँचाने का काम करनेवाला । धारग वि [धारक] धारण करनेवाला । धावणया स्त्री [धान] स्तन-पान करना। धारण न [धारण] धारने की अवस्था। धाविर वि [धावितृ] दौड़नेवाला । ग्रहण । रक्षण, रखना। परिधान करना। धावी देखो धाई = धात्री। अवलम्बन ।
धाहा स्त्री [दे] पुकार, चिल्लाहट । धारणा स्त्री. मर्यादा, स्थिति । विषय-ग्रहण | धाहाविय न [दे] पुकार, चिल्लाहट । करनेवाली बुद्धि । ज्ञात विषय का अवि-धाहिय वि [दे] पलायित, भागा हुआ । स्मरण । अवधारण, निश्चय । मन की धि अ [धिक्] धिक्कार, छीः । स्थिरता । घर का एक अवयव, धरनी या धिइ स्त्री [धृति] धीरज । धारण । धारणा, धरन । मकान का खम्भा । °ववहार पुं । ज्ञात विषय का अविस्मरण । धरण, अवस्थान । [व्यवहार] व्यवहार-विशेष ।
अहिंसा । धैर्य की अधिष्ठायिका देवी। देवी धारणी स्त्री [धारणी] धारण करनेवाली ।
की प्रतिमा-विशेष । तिगिच्छिद्रह की अधिग्यारहवें जिनदेव की प्रथम शिष्या । वसुदेव ठायिका देवी । कूड न [°कूट] धृति-देवी आदि अनेक राजाओं की रानी का नाम ।
का अधिष्ठित शिखर-विशेष । °धर पुं. एक धारणीय देखो धार धारय ।
अन्तकृद् महर्षि । 'अंतगड-दसा' सूत्र का एक धारय देखो धारग।
अध्ययन । म, °मंत वि[°मत्] धीरज-वाला । धारा स्त्री [दे] रण-भूमि का अग्रभाग। धिइ स्त्री [धृति] तेला, लगातार तीन दिन धारा स्त्री. अस्त्र के आगे का भाग, धार ।। का उपवास । प्रवाह, णाली । अश्व की गति-विशेष । जल- धिक्कय वि [धिक्कृत] धिक्कारा हुआ। न. धारा । वृष्टि । द्रव पदार्थों का प्रवाह तिरस्कार । रूप से पतन। एक राज-पत्नी। मालव देश धिक्करण न [धिक्करण] तिरस्कार, धिक्कार । की एक नगरी । कयंब पुं [कदम्ब] कदम्ब धिक्करिय वि [धिक्कृत] धिक्कारा हुआ। की एक जाति जो वर्षा से फलती-फूलती है। । धिक्कार पुं[धिक्कार धिक्कार, तिरस्कार ।
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