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तोरविअ-थउडिअ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
४४१ माला (झालर) जो उत्सव में लटकाई जाती | तोहार (अप) देखो तुहार । है। °उर न [°पुर] नगर-विशेष । °त्त वि [°त्र] त्राण-कर्ता। तोरविअ वि [दे] उत्तेजित ।
°त्तण देखो तण। तोरामदा स्त्री [दे] नेत्र का रोग-विशेष । °त्ति अ [इति] उपालम्भ-सूचक अव्यय । तोल देखो तुल = तोलय ।
°त्ति देखो इअ = इति । तोल पुंन [दे] मगध-देश प्रसिद्ध पल, परिमाण- 'त्थ देखो एत्थ । विशेष ।
त्थ वि [°स्थ] स्थित, रहा हुआ। तोलण पुंदे] पुरुष ।
त्थ देखो अत्थ । तोलण न [तोलन] तोल करना, तौलना, नाप | स्थअ देखो थय - स्तृत । करना।
°त्थउड देखो थउड । तोल्ल न [तौल्य, तौल] तौल, वजन । त्थंब देखो थंब। तोवट्ट पुं [दे] कान का आभूषण-विशेष । | °त्थंभ देखो थंभ । कमल की कणिका।
त्थंभण देखो थंभण। तोस सक[तोषय]खुशी करना, सन्तुष्ट करना ।
त्थरु देखो थरु। तोस पुं [तोष] खुशी, आनन्द, सन्तोष । °यर
त्थल देखो थल। वि [°कर] सन्तोष-कारक ।
त्थली देखो थली। तोस न [दे] धन, दौलत ।
त्थव देखो थव = स्तु। तोसलि पुं [तोसलिन] ग्राम-विशेष । देश- | त्थवअ देखो थवय । विशेष । एक जैन आचार्य । °पुत्त [पुत्र] | 'त्थाण देखो थाण । एक जैन आचार्य ।
त्थाल देखो थाल। तोसलिय पुं [तोसलिक] तोसलि-ग्राम का
°त्थिअ देखो थिअ। अधीश क्षत्रिय । तोसविअ । वि [तोषित] खुश किया हुआ, |
| त्थिर देखो थिर। तोसिअ , सन्तोषित।
| थोअ देखो थोअ ।
थ पुं. दन्त-स्थानीय व्यञ्जन-विशेष ।
नौकर । °वाहक पुं. पानदानी का वाहक थ अ. वाक्यालंकार और पाद-पूर्ति में प्रयुक्त नौकर । देखो थगिय । किया जाता अव्यय ।
थइआ स्त्री[दे] थैली, कोथली, कमर में बाँधने 'थ देखो एत्थ।
की रुपयों की थैली। थइअ वि [स्थगित] आच्छादित ।
थउड न [स्थपुट] विषम और उन्नत प्रदेश । थइअ° । स्त्री [स्थगिका] पानदानी । इत्त । वि. नीचा-ऊँचा । थइआ , पुं[ °वत् ] ताम्बूल-पात्र-वाहक थउडिअ वि [स्थपुटित] विषम और उन्नत नौकर। °धर पुं. ताम्बूल-पात्र का वाहक प्रदेशवाला । नीचा-ऊँचा प्रदेशवाला ।
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