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४३४ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
तिसंथ-तुंब तिसंथ वि [त्रिसंस्थ] तीन बार सुनने से अच्छी तीसगुत्त पुं [तिष्यगुप्त] एक प्राचीन आचार्य
तरह याद कर लेने की शक्तिवाला। विशेष जिसने अन्तिम प्रदेश में जीव की सत्ता तिसला स्त्री [त्रिशला] भगवान महावीर की | का पन्य चलाया था। माता । °सुअ [सुत] भगवान् महावीर ।
| तीसभद्द पुं [तिष्यभद्र] एक जैनमुनि । तिसा स्त्री [तृषा] पिपासा ।
तीसम वि [त्रिंश] तीसवाँ । तिसाइय । वि तृषित] प्यासा । तीसा स्त्री. देखो तीस। तिसिय
तीसिया स्त्री [त्रिंशिका] तीस वर्ष की उम्र तिसिर पु. ब. [त्रिशिरस्] देश-विशेष । पुं. | की स्त्री। नृप-विशेष । रावण का एक पुत्र ।
तु अ. इन अर्थों का सूचक अव्यय-भेद, तिस्सगुत्त देखो तीसगुत्त।
विशेषण । निश्चय । समुच्चय । कारण । तिह (अप) देखो तहा।
पाद-पूरक अव्यय । तिहि पुंस्त्री [तिथि] पञ्चदश चन्द्र-कला से युक्त तुअ सक [तुद्] व्यथा करना, पीड़ा करना । काल, दिन, तारीख ।
तुअर पुं [तुवर] धान्य-विशेष, रहर । तीअ वि तृतीय] तीसरा ।
तुअर अक [त्वर्] जल्दी होना । तीअ नि [अतीत] बीता हुआ । पुं. भूतकाल । | तुंग वि [तुङ्ग] ऊँचा, उच्च । छन्द-विशेष । तीइल पुं [तैतिल] ज्योतिष-प्रसिद्ध करण- | तुंगार पुं [तुङ्गार] अग्निकोण का पवन । विशेष ।
तुंगिम पुंस्त्री [तुङ्गिमन्] ऊंचाई, उच्चत्व । तीमण न [तीमन] कढ़ी।
तुंगिय पुं [तुङ्गिक] ग्राम-विशेष । पर्वततीमिअ वि [तीमित] आर्द्र ।
विशेष । पुंस्त्री. गोत्र-विशेष में उत्पन्न । तीय वि [तैत] तीन ।
तुंगिया स्त्री [तुङ्गिका नगरी-विशेष । तीर अक [शक्] समर्थ होना ।
तुंगियायण न [तुङ्गिकायन] एक गोत्र का तीर सक [तीरय] समाप्त करना, परिपूर्ण नाम । करना।
तुंगी स्त्री [दे] रात्रि । आयुध-विशेष । तीर पुन, किनारा, तट ।
तुंगीय पुं [तुङ्गीय] पर्वत-विशेष । तीरंगम वि. पार-गामी।
तुंड स्त्रीन [तुण्ड] मुख । अग्र-भाग । तीरट्र पुं तीरस्थ, तीरार्थ] साधु, मुनि, | तुंडीर न [दे] मधुर-बिम्बी-फल । श्रवण ।
तुंडूअ पुं [दे] जीर्ण घट, पुराना घड़ा । तीरिया स्त्री [दे] शर या तीर रखने का थैला, | | तुतुक्खुडिअ वि [दे] त्वरा-युक्त । तरकस, तूणीर ।
तुंद न [तुन्द] उदर। तीस न [त्रिंशत् तीस । तीस-संख्यावाला। तुंदिल । वि [तुन्दिल] बड़ा पेटवाला । तीसआ , स्त्री [त्रिंशत्] ऊपर देखो। तुंदिल्ल , तीसइ °वरिस वि [ वर्ष] तीस वर्ष की तुंब न [तुम्ब] तुम्बी, लौकी। गाड़ी की उम्र का।
नाभि । ज्ञाताधर्मकथा सूत्र का एक अध्ययन । तीसइम वि[त्रिंश]तीसवाँ । न. लगातार चौदह पहिये के बीच का गोल अवयव । °वण न दिनों का उपवास ।
[°वन] सन्निवेश-विशेष, एक गाँव का नाम । तीसग वि [त्रिंशक] तीस वर्ष की उम्रवाला।। °वीण वि. वीणा-विशेष को बजानेवाला।
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