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________________ तिरिच्छ-तिब्ब संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष पहाड़, मार्गावरोधक पर्वत । °भित्ति स्त्री. | तिलग । पुं[तिलक] वृक्ष-विशेष । पहला बीच की भीत । °लोग पुं [°लोक] मर्त्य | तिलय , प्रतिवासुदेव । द्वीप-विशेष । समुद्रलोक । °वसइ स्त्री [°वसति] तिर्यग्-योनि । विशेष । न. पुष्प-विशेष । टीका, ललाट में तिरिच्छ वि [तिरश्चीन]तिर्यग् गत, टेढ़ा गया किया जाता चन्दन आदि का चिह्न। एक हुआ। तिर्यग-सम्बन्धी ।। विद्याधर-नगर। तिरिच्छि देखो तिरिअ। | तिलगकरणी स्त्री तिलककरणी]तिलक करने तिरिच्छिय देखो तेरिच्छिय । की सलाई । गोरोचना, पीले रंग का एक तिरिच्छी स्त्री [तिरश्ची] तिर्यक्-स्त्री। सुगन्धित द्रव्य जो गाय के पित्ताशय से निकतिरिड पुंदे] तिमिर वृक्ष । लता है। तिरिडिअ वि [दे] तिमिर-युक्त । विचित । तिलबट्टी स्त्री [तिलपर्पटी] तिल की बनी हुई तिरिडि पं दे] गरम पवन । एक खाद्य वस्तु तिलपट्टी। तिरिश्चि (मा) देखो तिरिच्छि। तिलितिलय पुं [दे] जल-जन्तु-विशेष । तिरीड पुन [किरीट] मुकुट । तिलिम स्त्रोन [दे] वाद्य-विशेष । तिरीड पुं [तिरीट] वृक्ष-विशेष । 'पट्टय न तिलुक न [त्रैलोक्य] स्वर्ग, मर्त्य और पाताल लोक। [°पट्टक] वृक्ष-विशेष की छाल का बना हुआ कपड़ा। तिलुत्तमा देखो तिलोत्तमा। तिरोभाव पुं. अन्तर्धान । तिलेल्ल न [तिलतैल] तिल का तेल । तिरोवइ वि [दे] वृति से अन्तहित, बाड़ से तिलोक्क देखो तिलुक्क । व्यवहित । तिलोत्तमा स्त्री. एक स्वर्गीय अप्सरा । तिरोहा सक [तिरस् +धा] अन्तहित करना, तिलोदग । न तिलोदक] तिल का धोवनलोप करना, अदृश्य करना । तिलोदय । जल । तिरोहिअ वि [तिरोहित] लुप्त, अन्तहित, तिल्ल न तैल] तेल। अदृश्य, आच्छादित । तिल्ल न. छन्द-विशेष । तिल पुं.तिल । ज्योतिष्क देव-विशेष,ग्रह-विशेष। | तिल्लग वि [तैलक] तेल बेचनेवाला । °कुट्टी स्त्री. तिल की बनी हुई एक भोज्य तिल्लहडी स्त्री [दे] गिलहरी । वस्तु, तिलकुट । पप्पडिया स्त्री [°पर्पटिका] तिल्लोदा स्त्री [तैलोदा] नदी-विशेष । तिल की बनी हुई एक खाद्य चीज, तिल तिवँ (अप) देखो तहा। पापड़ । पुप्फवण्ण पुं [पुष्पवर्ण] ज्योतिष्क तिवण्णी स्त्री [त्रिवर्णी] एक महौषधि । देव-विशेष, ग्रह-विशेष । मल्ली स्त्री. एक | तिवाय सक [त्रि+ पातय] मन, वचन और खाद्य वस्तु । संगलिया स्त्री [°संगलिका] काय से नष्ट करना, जान से मार डालना । तिल की फली। °सक्कुलिया स्त्री [°शष्कु तिविक्कम पुं [त्रिविक्रम] जैनमुनि । लिका] तिल की बनी हुई खाद्य वस्तु-विशेष, | | तिविडा स्त्री [दे] सूची, सूई । तिलखुजिया । तिविडी स्त्री [दे] छोटा पुड़वा । तिलइअ वि [तिलकित] तिलक की तरह तिव्व वि [तीव्र] प्रबल, प्रचण्ड, उत्कट । रौद्र, आचरित, विभूषित । भयानक । गाढ़ । तिक्तः । उत्तम, प्रकर्ष-युक्त। तिलंग पुं [तिलङ्ग] आन्ध्र प्रान्त । तिव्य वि [दे. तोब] दुःसह । अत्यन्त अधिक । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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