________________
४२६ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
ताउं-तारिस ताउं (अप) देखो ताव = तावत् ।
तायण न [त्राण] रक्षण । ताठा (चूपै) देखो दाढा।
तायत्तीसग [ त्रायस्त्रिशक ] गुरु-स्थानीय ताड सक [ताडय] ताड़न करना, पीटना। देव-जाति । प्रेरणा करना, आघात करना । गुणाकार तायत्तीसा स्त्री [ त्रयस्त्रिशत् ] तेत्तीः । करना।
तेत्तीस-संख्यावाला। ताड पुं [ताल] ताड़ का पेड़ ।
तार पं. चौथी नरक का एक स्थान । शुद्ध ताडंक पुं ताडङ्क] कुण्डल ।
___ मोती। प्रणव, ओंकार । मायाबीज, 'ह्रीं' ताडिअ वि [ताडित] जिसका ताडन किया अक्षर । तैरना । वि. निर्मल, देदीप्यमान । गया हो वह, पीटा हुआ। जिसका गुणाकार अति ऊंचा स्वर । न. चांदी । पुं. वानरकिया हो वह।
विशेष । °वई स्त्री[°वती] एक राज-कन्या । ताडिअय न दे] रोदन ।
तारंग न [तारङ्ग] तरङ्ग-समूह । ताडी स्त्री. वृक्ष-विशेष ।
तारग वि [तारक] तारनेवाला, पार उतारनेताण न [त्राण] शरण, रक्षणकर्ता ।
वाला । पुं. नृप-विशेष, द्वितीय प्रतिवासुदेव । ताण पुं [तान] संगीत-प्रसिद्ध स्वर-विशेष । सूर्य आदि नव ग्रह । देखो तारय । ताणव न [तानव] कृशता, दुर्बलता। तारगा स्त्री [तारका] नक्षत्र । पूर्णभद्र-नामक ताणिअ वि [तानित] ताना हुआ।
इन्द्र की एक पटरानी । देखो तारया। ताद देखो ताअ = तात ।
तारण न. पार उतारना । वि. तारनेवाला। तादत्थ न [तादर्थ्य] तदर्थभाव, उसके लिए । | तारत्तर पं दे] महतं ।। तादवत्थ न [तादवस्थ्य] स्वरूप का अपभ्रंश तारय देखो तारग । न. छन्द-विशेष । वही अवस्था, अभिन्नरूपता ।
तारया देखो तारगा। आँख का तारा । तादिस देखो तारिस ।
तारा स्त्री. आँख की पुतली। नक्षत्र । सुग्रीव की ताम देखो तम्म = तम् ।
स्त्री । सुभूम चक्रवर्ती की माता। नदी-विशेष । ताम (अप) देखो ताव = तावत् ।
बौद्धों की शासनदेवी। उर न [°पुर] तारंगातामर वि [दे] रम्य, सुन्दर ।
स्थान । °चंद पुं [°चन्द्र] एक राजकुमार । तामरस न. कमल ।
तणय पुं [तनय] वानर-विशेष, अङ्गद । तामरस न[दे]पानी में उत्पन्न होनेवाला पुष्प । | °पह पुं [°पथ] आकाश । पहु पुं [प्रभु] तामलि पुं. एक तापस ।
चन्द्रमा। °मेती स्त्री [°मैत्री] निःस्वार्थ तामलित्ति स्त्री [ ताम्रलिप्ति ] वंगदेश की। मित्रता । °यण न [यन] कनीनिका का प्राचीन राजधानी।
चलना, आँख की पुतली का हिलन । "वइ तामलित्तिया स्त्री [ताम्रलिप्तिका] जैनमुनि | पुं [ °पति ] चन्द्रमा । वंश की एक शाखा ।
तारि वि [तारिन्] तारनेवाला, तारक । तामस न. अन्धकार । अन्धकार-समूह । वि. तारिम वि. तरणीय, तैरने योग्य । तमोगुणवाला । °त्थ न [स्त्र] कृष्ण वर्ण तारिय वि [तारित] पार उतारा हुआ। का वस्त्र-विशेष ।
तारिया स्त्री [तारिका] तारा के आकार की तामहि ) (अप) देखो ताव = तावत् । एक प्रकार की विभूषा, टिकली, टिकिया। तामहि ।
तारिस वि [तादृश] उस तरह का ।
www.jainelibrary.org
Jain Education International
For Private & Personal Use Only