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खोज - गइ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
२७७ खोज पुन [दे] मार्ग-चिह्न।
| मधुर है। मधुर पानीवाली वापी । न. इक्षुखोट सक [दे] खटखटाना। ठकठकाना । रस के समान मीठा जल । ठोकना।
खोद्द न [क्षौद्र] शहद । खोट्टिय [दे] बनावटी लकड़ी।
खोभ सक [क्षोभय] विचलित करना। खोट्टी स्त्री [दे] चाकरानी।
धैर्य से च्युत करना। आश्चर्य उपजाना। खोड पु[स्फोट] फोड़ा।
रंज पैदा करना। खोड पु[दे] सीमा-निर्धारक काष्ठ, खूटा । खोभ पु[क्षोभ] सम्भ्रम । इस नाम का एक वि. धार्मिक, धर्मिष्ठ । लंगड़ा। सियार ।
रावण का सुभट । जगह । प्रस्फोटन, प्रमार्जन । न. राजकुल में
खोभण न [क्षोभण] क्षोभ उपजाना। देने योग्य सुवर्ण वगैरह द्रव्य ।। खोडपज्जालि पु [दे] स्थूल काष्ठ की अग्नि ।
खोम । न [क्षोम] कपास का बना हुआ खोडय पु [वोटक] नख से चर्म का
खोमग , वस्त्र । सन का बना हुआ वस्त्र । निष्पीड़न ।
रेशमीवस्त्र ।वि.अतसी-सम्बन्धी,सन-सम्बन्धी। खोडय पु [स्फोटक] फुसी।
°पसिण न [प्रश्न] विद्या-विशेष, जिससे
वस्त्र में देवता का आह्वान किया जाता है । खोडिय पु [खोटिक] गिरनार पर्वत का |
खोमिय न [क्षौमिक] कपास का वस्त्र । सन क्षेत्रपाल देवता। खोडी स्त्री [दे] बड़ा काष्ठ । काष्ठ की एक
__ का वस्त्र । रेशम-सम्बन्धी, सन-सम्बन्धी।
खोय देखो खोद। प्रकार की पेटी । नकली लकड़ी। खोणि स्त्री [क्षोणि] पृथिवी । °वई पु खोर । न [दे] कटोरा । [पति] राजा । खोणिद पुं [क्षोणीन्द्र] भूमिपति । खोल पुं [दे] छोटा गधा । वस्त्र का एक देश । खोणी देखो खोणि।
मद्य का निचला कीट-कर्दम । खोद क्षोद] चूर्णन, विदारण । इक्षु-रस । खोल [दे] गुप्तचर । रस पुं. समुद्र-विशेष । 'वर पुं. द्वीप-विशेष । खोल्ल न [दे] कोटर । खोद पु [क्षोद] चूर्ण, बुकनी।
खोसलय वि [दे] दन्तुल । खोदोअ , पु [क्षोदोद] समुद्र-विशेष । खोसिय वि [दे] जीर्ण-प्राय किया हुआ। खोदोद , जिसका पानी इक्षु-रस के तुल्य खोह देखो खोभ = क्षोभय ।
खोरय ।
ग [ग]व्यञ्जन-वर्ण-विशेष, इसका स्थान कण्ठहै। तिर्यञ्च, नरक और मुक्त जीव की अवस्था, °ग वि [ग] जानेवाला । प्राप्त होनेवाला । देवादि-योनि । तस पुं [त्रस] अग्नि और गअवंत वि [गतवत्] गया हुआ। वायु के जीव । नाम न [°नामन्] देवादिगइ स्त्री [गति] ज्ञान । भेद । चलन, देशा- गति का कारणभूत कर्म। पवाय पुं न्तर-प्राप्ति, जन्मान्तर-प्राप्ति । देव, मनुष्य, । ['प्रपात] गति की नियतता। ग्रन्थांश
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