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संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
ली थी ।
खंदरुद्द न [स्कन्दरुद्र ] शास्त्र विशेष । खंदिल पुं [स्कन्दिल] एक प्रख्यात जैनाचार्य, जिसने मथुरा में जैनागमों को लिपिबद्ध किया ।
[स्कन्ध] भीत। पुद्गलों का पिण्ड | समूह । कन्धा । पेड़ का धड़ । छन्द-विशेष | 'करणी स्त्री. साध्वियों को पहनने का उपकरण - विशेष । 'मंत व [ मत् ] स्कन्ध
| 'वी' [° बीज] स्कन्ध हो जिसका बीज होता है ऐसा कदली वगैरह का गाछ । 'सालि पुं ['शालिन् ] व्यन्तर देवों की एक जाति ।
खंधग्गि पुं [दे. स्कन्धाग्नि] स्थूल काष्ठों की
आग ।
खंधमंस पुं' [दे] हाथ । बाहु | खंधमसी स्त्री [दे] स्कन्द-यष्टि, हाथ | खंधय देखो खंध |
खंट्ठि स्त्री [दे. स्कन्धर्याष्ट] हाथ | खंधर पुं [कन्धर] गरदन । खंधलट्ठ स्त्री [दे. स्कन्धयष्टि ] हाथ । खंधवार देखो संधावार ।
खंधाआर देखो खंधावार ।
खंधार पुंब. [ स्कन्धार] देश-विशेष | खंधार देखो खंधावार ।
धावि [ स्कन्धवत् ] स्कन्धवाला | खंधावार पुं [स्कन्धावार ] सैन्य का पड़ाव । शिविर |
धीधार [] बहुत गरम पानी की धारा । खंप सक [ सिच् ] छिड़कना । खंपणय न [दे] कपड़ा 1
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खंदरुद्द - खट्ट
खंभावत्तन [ स्तम्भादित्य ] गूर्जर देश का प्राचीन नगर खम्भात ।
खंभालण न [ स्तम्भालगन] खम्भे से बांधना | खक्खरग पुंन [दे] सूखी रोटी ।
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खग्ग पु [ खड्ग ] गेंड़ा । पुंन तलवार | °णुआ स्त्री [° धेनु ] छूरी । 'पुरा स्त्री. विदेह वर्ष की स्वनाम - प्रसिद्ध नगरी । पुरो
स्त्री. पूर्वोक्त ही अर्थ | खग्गाखगि न [ खड्गाखड्गि ] तलवार की
लड़ाई ।
खग्ग पुं [ खड्गिन् ] गेंडा । खग्गिअ पुं [दे] गाँव का मुखिया । खग्गी स्त्री [ खङ्गी] विदेह वर्ष की नगरीविशेष |
खग्गूड वि [ दे] धूर्त - सदृश । धर्मरहित, नास्तिकप्राय । निद्रालु । रसलम्पट ।
खच सक [ खच् ] पावन करना । कसकर बाँधना |
खचिअ देखो खइअ = खचित । पिञ्जरित । खच्चल पुं [दे] भालू । खच्चोल पुं [दे] व्याघ्र । खज्ज पुं [खर्ज] वृक्ष - विशेष । खज्जवि [ खाद्य] खाने योग्य वस्तु । न. खाद्य - विशेष |
खज्ज वि [क्षय्य ] जिसका क्षय किया जा सके वह ।
खज्जिअ वि [दे] जीर्ण, सड़ा हुआ । उपालब्ध । खज्जिर (अप) वि [ खाद्यमान] जो खाया गया हो वह ।
खज्जू स्त्री [खर्जू] खुजली ।
खज्जूर पुं [खर्जूर] खजूर का पेड़ । न खजूर
का फल |
खंभ पुं [ स्तम्भ ] थम्भा । खंभ स [ स्कभ् ] क्षुब्ध होना ।
खंभतित्थ न [ स्तम्भतीर्थ ] एक जैन तीर्थ, खज्जोअ पुं [दे] नक्षत्र ।
गुजरात का प्राचीन 'खंभणा' गाँव | खंभल्लिअ वि [ स्तम्भ ] खम्भे से बांधा हुआ ।
खज्जूरी स्त्री [खर्जूरी] खजूर का गाछ ।
खज्जोअ पुं [खद्योत] जुगनू ।
खट्टन [] कढ़ी | वि. अम्ल । 'मेह पुं
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