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२१२ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
कडणा-कडुच्छु भागों का किया जाता आच्छादन ।
भाग। 'तड न [°तट] कटि-तट । मध्य कडणा स्त्री [कटना] घर का अवयव-विशेष । । भाग । °पट्टय न [°पट्टक] धोतो। °पत्त न कडणी स्त्री [कटनी] मेखला ।
[°पत्र] सर्गादि वृक्ष की पत्ती। पतली कडतला स्त्री [दे] लोहे का एक प्रकार का कमर । °यल न[°तल] कटि-प्रदेश । °ल्ल न हथियार, जो एक धारवाला और वक्र होता [°टीय] देखो कडिल्ल (दे) का दूसरा अर्थ ।
वट्टी स्त्री [ °पट्टी ] कमर का पट्टा, कडत्तरिअ वि [दे] देखो कडतरिअ। कमर-पट्टा। वत्थ न [°वस्त्र] धोती, कडद्दरिअ वि [दे] छिन्न, काटा हुआ। न. कमर में पहनने का कपड़ा। °सुत्त न छिद्रता।
[°सूत्र] कमर का आभूषण, मेखला । हत्थ कडप्प पुं [दे. कटप्र] समूह, कलाप । वस्त्र का | ___पुं [°हस्त] कमर पर रखा हुआ हाथ । एक भाग ।
| कडि वि [कटिन्] चटाईवाला। कडमड पुंन [दे] उद्वेग ।
कडिअ वि [कटित] कट-चटाई से आच्छाकडय न [कटक] ऊख आदि की यष्टि । | दित । कट से संस्कृत । एक दूसरे में मिला कडय देखो कडग लश्कर । पुं. काशी देश हुआ। का एक राजा । गवई स्त्री [वती] राजा | कडिअ वि [दे] प्रोणित । कटक की एक कन्या ।
| कडिखंभ पुं [दे] कमर पर रखा हुआ हाथ, कडयड पुं [कडकड] कड़-कड़ आवाज । | कमर में किया हुआ आघात । कडयडिय वि [दे] परावर्तित, फिराया हुआ। | कडिण पुंन [दे] तृण-विशेष । कडसक्करा स्त्री [दे] बाँस की सलाई। कडित्त देखो कलित्त । कडसार न [कटसार] मुनि का एक उप- कडिभिल्ल न [दे] शरीर के एक भाग में करण, आसन ।
होनेवाला कुष्ठ-विशेष। कडसी स्त्री [दे] श्मशान ।
कडिल्ल वि [दे] छिद्र-रहित । न. कटि-वस्त्र, कडह पंकटभू] वृक्ष-विशेष ।
धोती वगैरह । वन । वि. गहन । आशीर्वाद । कडा स्त्री [दे] कड़ी, सिकड़ो, जंजीर की |
पुं. प्रतीहार । विपक्ष, शत्रु । कटाह। उपलड़ी।
करण-विशेष । कडार न [दे] नारिकेल ।
कडी देखो कडि। कडार पुं. तामड़ा वर्ण, भूरा रंग । वि. कपिल
कडु । पुं [कटुक] कडुआ, तिक्त । वि. वर्णवाला।
कडुअ ) तीता। अनिष्ट । भयंकर । कडाली स्त्री [दे. कटालिका] घोड़े के मुंह पर
__ निष्ठुर । स्त्री. कुटको । बांधने का एक उपकरण ।
कडुअ (शौ) अ [कृत्वा] करके । कडाह पुं [कटाह] लोहे का पात्र, लोहे की | कड़आल पुं[दे] घण्टा, घण्ट । छोटी मछली । बड़ी कड़ाही । वृक्ष-विशेष । पाँजर की हड्डी |
कडुइय वि [कटुकित] कड़आ किया हुआ । शरीर का एक अवयव ।
दूषित। कडाहपल्हत्थिअ न [दे] दोनों पावों को | कडुइया स्त्री [कटुकी] वल्ली-विशेष, कुटकी । घुमाना-फिराना।
कडुच्छय । पुंस्त्री [दे] देखो कडच्छु । कडि स्त्री [कटि] कमर । वृक्षादि का मध्य | कडुच्छु ,
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