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काल।
एलय-एहिम
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष विशेष ।
एवमेव , देखो एमेव । एलय देखो एल।
एवामेव । एलविल विदे] धनाढ्य । पुं. वृषभ । एव्वं देखो एवं । एला स्त्री [एला] इलायची का पेड़ । इला- | एव्व देखो एव = एव ।
यची-फल । °रस पुं. इलायची का रस। । एव्वहि (अप) अ [इदानीम्] इस समय । एलालुय पुन [एलालुक] आलू को एक | एव्वारु पुं [इर्वारु] ककड़ी। जाति ।
एस सक [इष्] इच्छा करना। खोजना । एलावच्च न [एलापत्य] माण्डव्य गोत्र का एक
प्रकाशित करना। शाखा-गोत्र ।
एस सक [आ + इष्] करना । खोजना, शुद्ध एलावच्च वि [ऐलापत्य] एलापत्य-गोत्र का।
भिक्षा की खोज करना। निर्दोष भिक्षा का एलावच्चा स्त्री [एलापत्या] पक्ष की तीसरी
ग्रहण करना। रात । एलिक्ख वि [ईदृक्ष] ऐसा।
एस वि [एष्य] भावी पदार्थ। पुं. भविष्य एलिंघ पुं [एलिङ्ग] धान्य-विशेष ।।
°एस देखो देस। एलिया स्त्री [एडिका,एलिका] एक जाति की |
| एसग वि [एषक] अन्वेषक । मृगी । भेड़िया।
एसज्ज न [ऐश्वर्य] वैभव, प्रभुत्व । एलिस देखो एरिस। एलु पुं. वृक्ष-विशेष ।
एसणा स्त्री [एषणा] अन्वेषण । प्राप्ति ।
प्रार्थना । निर्दोष आहार की खोज करना। एलुग) पुंन [एलुक] द्वार के नीचे की
निर्दोष भिक्षा । इच्छा । भिक्षा का ग्रहण । एलुय । लकड़ी।
°समिइ स्त्री [°समिति] निर्दोष भिक्षा का एल्ल वि[दे] दरिद्र ।
ग्रहण करना । °समिय वि [°समित] एव अ. इन अर्थों का सूचक अव्यय- अव- | निर्दोष भिक्षा को ग्रहण करनेवाला । धारण । सादृश्य । चार-नियोग। निग्रह । एसणिज्ज वि [एषणीय] ग्रहण-योग्य । परिभव । अल्प ।
एसिय वि [एषिक] खोज करनेवाला । पुं. एव देखो एवं।
व्याध । पाखण्डि-विशेष । मनुष्यों की एक एवइ वि [इयत्, एतावत्] इतना। खुत्तो अ | नीच जाति । [कृत्वस्] इतनी बार।
एसिय वि [एषित] भिक्षा-चर्या की विधि से एवं अ [एवम्] इस तरह । भूअ पुं [भूत] | प्राप्त । व्युत्पत्ति के अनुसार उस क्रिया से विशिष्ट अर्थ
एस्सरिय देखो एसज्ज । को ही शब्द का अभिधेय मानानेवाला पक्ष । एह अक [ए] बढ़ना । उन्नत होना। वि. इस तरह का । विह वि [°विध] इस एह (अप) वि [ ईदृक् ] इसके जैसा । प्रकार का।
एहत्तरि (अप) स्त्री [एकसप्तति] संख्याएवंहास पुं. इतिहास ।
विशेष, ७१ । एवड (अप) वि [इयत्] इतना।
एहा स्त्री [ एधस् ] समिध । एवमाइ देखो एमाइ।
एहिअ वि [ऐहिक] इस जन्म-सम्बन्धी ।
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