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उप्फेणउप्फेणिय-उन्भिज्जा संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष उप्फेणउप्फेणिय क्रिवि [दे] क्रोध-युक्त प्रबल / उभंत पुं [उद्भ्रान्त] प्रथम नरक-पृथिवी वचन से।
का चौथा नरकेन्द्रक । उप्फेस पुं [दे] त्रास, भय । मुकुट, पगड़ी, | उब्भग्ग वि [दे] गुण्ठित, व्याप्त । शिरोवेष्टन।
उब्भजि स्त्री [दे] कोद्रव-समूह । उप्फोअ पुं [दे] उद्गम, उदय ।
उब्भड वि [उद्भट] प्रबल, प्रचण्ड । भयंकर। उबुस सक [मृज्] शुद्धि करना, साफ करना । उद्धत, आडम्बरी। उब्बंध सक [उद् + बन्ध] फाँसी लगाना । उब्भम पुं [उद्भ्रम] उद्वेग । परिभ्रमण । वेष्टन करना।
उब्भव अक [उद् + भू] उत्पन्न होना । उब्बण वि [उल्बण] उत्कुट ।
उब्भव अक [ऊर्ध्वय] ऊँचा करना, खड़ा
करना । उब्बद्ध वि [उद्बद्ध] जिसने फाँसी लगाई हो
उब्भाअ वि [दे] शान्त, ठण्ढा । वह । वेष्टित । शिक्षक के साथ शर्तों से
उब्भाम सक [उद् + भ्रामय] घुमाना। बँधा हुआ। उब्बिब वि [दे] खिन्न । शून्य । क्रान्त । प्रकट
उब्भाम पुं [उद्भ्राम] परिभ्रमण । वि.
परिभ्रमण करनेवाला। वेष वाला । डरा हुआ । उद्भट ।
उन्भामइल्ला स्त्री [उद्भ्रामिणी] स्वैरिणी, उब्बिबल वि [दे] कलुष जलवाला । न. मैला
कुलटा स्त्री। पानी।
उब्भामय पुं [उद्भ्रामक] जार, उपपति । उब्बुक्क सक [उद् + बुक्क] बोलना, कहना।
उन्भामग पुं [उद्भ्रामक] पारदारिक, परउब्बुक्क न [दे] प्रलपित, प्रलाप । सङ्कट । स्त्री-लम्पट । वायु-विशेष । वि. परिभ्रमण बलात्कार।
करनेवाला। उब्बुड अक [उद् +ब्रुड्] तैरना।
उम्भामिगा । स्त्री [उद्घामिका] कुलटा उब्बुड } पुं [उद्बुड] तैरना। निबुड, | उभामिया
उब्भामिया । स्त्री, स्वैरिणी। उब्बुड्ड ' °निब्बुड्डण न [निब्रुड, °ण] उब्भालण न [दे] सूप आदि से साफ-सुथरा उभचुभ करना।
करना, उत्पवन । वि. अपूर्व, अद्वितीय । उब्बुड्ड वि [उद्बुडित] उन्मग्न, तीर्ण ।। उब्भालिअ वि [दे] सूप आदि से साफ किया उब्बुहुण न [उद्बुडन] उन्मज्जन । हुआ । उब्बुह अक [उत् +क्षुभ्] संक्षुब्ध होना। उब्भाव अक [रम्] क्रीड़ा करना, खेलना । उब्बूर वि [दे] अधिक । पुं. समूह । स्थपुट, उब्भावणया । स्त्री [उद्भावना] प्रभावना, विषमोन्नत प्रदेश।
उम्भावणा ' गौरव, उन्नति । उत्प्रेक्षा, उब्भ सक [ऊर्ध्वय] ऊँचा करना, खड़ा वितर्कणा । प्रकाशन । करना।
उब्भाविअ न [रमण] सुरत, क्रीड़ा, सम्भोग। उब्भ देखो उड्ढ ।
उब्भास मक [उद्+भासय्] प्रकाशित उब्भंड पुं [उद्भाण्ड] उत्कट भाँड़, बहुरूपा, निर्लज्ज हंडा, उग्र विदूषक । न. गाली। उब्भासुअ वि [दे] शोभाहीन । उभंत वि [दे] ग्लान, बीमार ।।
उब्भि देखो उब्भिय = उद्भिद् । उभंत वि [उद्भ्रान्त] आकुल, खिन्न । उब्भिउडि वि [उद्धृकुटि] भौंह चढ़ाया हुआ। मूच्छित । भ्रान्तियुक्त, भौचक्का, चकित । | उभिजा स्त्री [उद्भेद्या] एक तरह का शाक।
मारा
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