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सी स. भव (सं. सिन् ; प्रा. सिव्व ; दे. इआले नाक के मल को ऊपर की और खींचना; (तल
13444) सुई या सुए से किये हुए छिद्रों से वार) खींचना 4063 तागा निकालकर कपड़े आदि के टुकड़ों को सुड़सुड़ा स. अनु. देश. (दे. पृ. 194, दे. श. जोड़ना 4047
को.) (हुक्का आदि) इस तरह पीना कि 'सुड़सीख स. भव. (सं. शिक्ष ; प्रा. सिक्खू ; दे. सुड़' आवाज़ निकले; कार्य करते समय सुड़
इआले 12430) किसी विषय का ज्ञान प्राप्त सुड़ शब्द करना 4064 करना; अनुभव प्राप्त करना. गुज. सीख, शीख सुडुक स. दे. 'सुड़क' 4065 4048
सुधर अ. ना. भव (*शुद्धकार; दे. इआले 12521) सीज अ. भव (सं श्रा; दे. इआलें 12712 तथा दुरस्त होना, बिगड़े हुए का बनाना. गुज. 13933) आग और पानी की सहायता से । सुधर 4066 पकना; गलना. गुज. सीझ 4049
सुन स. भव (सं. श्रु; प्रा. सुण ; दे. इआले सीझ (1) अ. दे. 'सीज'
__12598) श्रवणेन्द्रिय से शब्द का ग्रहण करना; (2) अ. भव (सं, सिध् ; प्रा. सिज़ ; दे. ध्यान देना. गुज. सुण, सण. 4067 इआले 13408) गुज. सीझ, सीज 4050
सुबक अ. अनु. देश. (अ. व्यु. दे. पृ. 142 सीट अ. अनु. (दे. पृ. 378, मा. हि. को-5) हि. दे. श.) 'सुबक-सुबक' ध्वनि के साथ
बढ-बढ़ कर बातें करना; जीट हाँकना 4051 रोना 4068 सीद अ. सम (सं सीद् ) दुःख पाना; नष्ट होना सुबुक अ. दे. 'सुबक' 4069 4052
*सुभ अ. देश. सुशोभित होना 4070 सील अ. दे. 'सिरा' 4053
सुभा स. भव (सं. शुभ् ; दे. इआले' 12538) सीव अ. दे. 'सी' 4054
सुंदर बनाना 4071 सुकच अ. दे. 'सकुच' 4055
सुमर स. दे. 'सुमिर' 4072 सुकुड अ. दे. 'सिकुड़' 4056
* सुमिर स. भव (सं. स्मृ; प्रा. समर् ; दे. इआले सुकुर अ. दे. 'सिकुड़' 4057
__13863) स्मरण करना. गुज. समर 4073 *सुगबुगा अ. दे. 'सगबगा' 4058
सुरक स. अनु. (दे. पृ. 410, मा. हि. को-5) सुगा अ. देश. दुःखी होना; बिगड़ना 4059
सुर-सुर शब्द करते हुए तथा एक-एक छूट सुचक अ. दे. 'सकुच' 4060
__ भरते हुए कोई तरल पदार्थ पीना 4074 सुच स. दे. 'संच' 4061
सुरझ अ. दे. 'सुलझ' 4075
सुरसुरा अ. अनु. भव (सं. सुरसुर, प्रा. सुरसुरः सुटुक (1) अ. ना. देश. (सुटका संज्ञा) सुटका
दे. पृ. 921, पा. स. म.) कीड़ों आदि का मारना, चाबुक लगाना
सुरसुर करते हुऐ रेंगना; शरीर में हलकी खुजली (2) अ. देश. चुपके से निकल जाना; सिकु
या सुरसुराहट होना; स. कोई ऐसी क्रिया इना 4062
करना जिससे सुरसुर शब्द हो 4076 सुड़क स. अनु. देश (*सुढ; प्रा. सुढिअ विशे; सुरेत स. देश (दे. पृ. 195, दे. श. को.)
दे. इआले 13467) किसी तरल पदार्थ को खराब अनाज को अच्छे अनाज से अलग नाक की राह सांस के साथ भीतर खींचना; करना 4077
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