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हिन्दी-गुजराती धातुकोश रन अ. भव (सं. रण संज्ञा; प्रा. रण; दे. इआले रस अ. दे. 'रिस' रसमग्न होना; प्रेमयुक्त होना
10596) घुघरुओं आदि का मन्द और मधुर 3605 शब्द में बजना. गुज. रणरण; तुल. गुज. रसा अ. सम (सं. रसू दे. इआले 10653) रणको संज्ञा 3592
आनंद लूटना. गुज. रस 'मुलम्मा चढ़ाना' रनक अ. दे. 'रन' 3593
3606 रपट अ. ना. वि. (रफ्तन संज्ञा; फा.) चिकनी रह अ. देश. (* रह; प्रा. रह; दे. इआले
या ढालवी जमीन पर पाँव आदि का फिस- 10666) ठहरना; बसना. गुज. रहे 3607 लकर आगे बढ़ना; स. मैथुन करना (बाजारू) रहचट अ. देश. (दे. पृ. 173; दे. श. को.) 3594
चहचहाना 3608 रबक अ. देश. डर से छिपना, दुबकना 3595 रहा अ. दे. 'राह' 3609 रबड़ (1) स. देश. घुमाना-फिराना; अ. घूमना राँच अ. भव (सं. रक्त विशे रजः प्रा. रत्त विशे. (2) स. दे. 'रगड़' 3596
दे. इआले 10584) रंग से युक्त होना, रम अ. भव (सं. रम्; प्रा. रम; इआले 10626 अनुरक्त होना; स. रंगना; अनुरक्त करना.
तथा 10637) विहार करनाः चैन करना. दे. 'रच 'गुज. राच 3610 गुज. रम 3597
राज अ. भव (सं. रज, प्रा. रंज; इआले रमक (1) अ. दे. 'रम' हिडोले पर झलनाः 10588) आँख में काजल लगना; स. रंगना; हिंडोले पर पेंग मारना
राँगे से जोड़ना 3611 (2) अ. देश. किसी चीज़ में किसी दूसरी राँढ़ स. देश. विलाप करना, रोना 3612 चीज़ की हलकी गन्ध, छाया या प्रभाव राँध स. भव (सं. रन्धू: प्रा. रंधू; दे. इआले दिखाई देना 3598
10616) पकाना; पाक करना. गुज. राँध रमड़ अ. देश. रमण करना; युक्त होना 3599 3 613 अ. भव (सं. रदः प्रा. रड्र: दे. इआले राँभ अ. दे. 'रंभा' 3614
_10590) चिल्लाना. गुज. रड रोना, 3600 *राख स. दे. 'रख' 3615 ररक स. देश. (* रइड; प्रा. रड्रड, दे. इआले *राग अ. दे. राँच' रंगा जाना; अनुरक्त होना;
10594) धकेलना: अ. पीड़ा होना. गज. रळ स. रंगना, गीत आदि गाना 3616 'फिसलना' 3601
राच अ. ना. भव (सं. रक्त विशे, रज् ; प्रा. रल अ. देश. (* रुल; प्रा. स्ल; दे. इआले
रत्त; दे. इआले 10584) अनुरक्त होना; 10786) एक में मिलाना; घुलना-मिलना.
प्रसन्न होना. गुज. राच 'प्रसन्न होना' 3617 गुज. रोळ 3602
राज अ. भव (सं. रङ्ग् ; दे. इआले 10583) *रव (1) अ. ना. सम (सं. रव संज्ञा) शब्द होना शोभा देना, चमकना. गुज. राज 'भव्य लगना' (2) अ. दे. 'रम' 3603
3618 रवक अ. देश. तेजी से आगे बढ़ना; झपटना राध स. सम (सं. राध) आराधना करना; युक्ति 3604
से काम निकालना 3619
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