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42. राजकीय चिकित्सालय को रेडियो मेंट! - अङमेर के राजकीय चिकित्सालय को जिला निर्वाण महोत्सव समिति के मंत्री श्री भूरचन्द बैन ने मध्यप्रदेश के सराफरूपचन्द भन्नाल जैन खाचरौद की तरफ से उनकी माता शृगारवाई की स्मृति में एक विशाल रेडियो सैट भेंट किया। यह रेडियो चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को भजन एवं समाचार सुनाने के उपयोग में प्रारहा है । भगवान महावीर प्राक्टिोरियम : -
बाड़मेर नगर में नव निर्मित होने वाले भगवान महावीर नगर में जन सहयोग से विशाल भगवान महावीर रंगमंच-आडिटोरियम का निर्माण करवाया जा रहा है। जिस पर करीबन 6 लाख रुाये व्यय किये जावेंगे। इस रंगमंच की प्राचीरों पर भगवान महावीर के जीवन वृत तेज चित्रों का निर्माण करवाया जावेगा।
अहिंसा चौराहा :
बाड़मेर नगर के स्टेशन चौराहे पर इसी वर्ष के दौरान अहिंसा चौराहा बनाया जा रहा है । इप्त चौर हे के मध्य भाग में महात्मा गांधी की प्रतिमा प्रतिष्ठित की जावेगी और चारों तरफ भगवान महावीर के उपदेश नंकित किये जावेगे । इस चौराहे हेतु श्री नेमीचन्द अशोक कुमार गोलेछा की ओर से पांच हजार रुपये दिये गये हैं। सम्पूर्ण चौराहे पर करीबन 25 हजार से अधिक रुपये व्यय होंगे जो नगरपालिका बाड़मेर द्वारा व्यय किये जावेगे। सार्वजनिक प्याऊओं का निर्माण :
बाडमेर नगर में भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव वर्ष के दौरान राजकीय बहुउद्देशीय उच्चतर म ध्यमिक विद्यालय, राजकीय कन्या पाठशाला, स्टेशन चौराहे एवं बस स्टेण्ड के पास सार्वजनिक उपयोग के लिये करीबन 60 हजार रुपये की लागत से सार्वजनिक प्याऊपों का निर्माण कार्य करने का दानदातामों की स्वीकृति मिल गई है जिसे शीघ्र प्रारम्भ किया जा रहा है। जनता धर्मशाला:
बाड़मेर नगर में राजकीय चिकित्सालय एवं बाल मन्दिर के पास जनता के हितार्थ जनता धर्मशाला क निर्माण कार्य सेवा गन पुरूषोतमदास आदि द्वारा करवाया जाना निश्चय हो गया है। इस धर्मशाला पर करीबन तीन लाख रुपये व्यय किये जावेगे। भगवान महावीर एक्स रे प्लान्ट :
सिवाना में श्री रिखबचन्द मिश्रीमल जिन्दाणी की भोर से निर्वाण महोत्सव वर्ष में दो लाख रुपय की लागत से एक भगवान महावीर एक्स रे प्लान्ट एवं लेबोरेटरी सुविधा उपलब्ध करवाने का निश्चय किया गया है । यह कार्य शीघ्र प्रारम्भ कर दिया जावेगा। भगवान महावीर स्तम्भ :
बाड़मेर जिले के मोकलसर गांव में जनसहयोग से भगवान महावीर स्तम्भ निर्माण करने का निचय किया गया है। इस स्तम्भ पर करीबन 25 हजार से अधिक धनराशि व्यय की जावेगी। इस स्तम्भ में जैन स्थापत्यकला के साथ साथ भगवान महावीर के उपदेशों का भी समावेश होगा।
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