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2-118 3. देखें 'वेदांग ज्योतिष की भूमिका' भाग पृ. 1-26 तक डा. श्याम शास्त्री 4. डेवेलपमेण्ट प्राफ ज्योग्रफिक नोलेज इन एंशेंट इण्डिया'-प्रो. माया प्रसाद त्रिपाठी पृ. 324-325 b. भारतीय ज्योतिष पृ. 72 लेखक डा. नेमिचंद्र शास्त्री 6. विस्तृत जानकारी के लिए देखें-बाबू छोटेलाल जैन स्मृति ग्रंथ में प्रकाशित लेखक का लेख
'जन ज्योतिष के प्राचीनतमत्व पर संक्षिप्त विवेचन पृ. 221 से 232 तक 1. त्रिलोकमारगाथा 799 8. 'अन्तरिक्ष युग के प्रणेता पार्यभट्ट प्रथम शुकदेव प्रसाद 'विज्ञान प्रगति' जुलाई 75 पृ. 199 9. एक लुप्त जैन गणित ग्रन्थ-'जैन दर्शन' पृ. 146-42 दिसम्बर 1936, ले. विभुतिभूषण 10. महावीर जयंति स्मारिका सन् 1968 पृ. 198 से 216 तक 11. भगवान कुदकुदाचार्य ले. श्री बाबू भोमानाथ जैन पृ. 16 12. प्राचार्य गर्ग और उनका समय -लेखक का लेख 'ज्योतिष-बोध' दिसम्बर 1973
पृ. 18 से 20
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