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(४) कलिंज
(५) कुच्छर
(६) चलणसोयं
174
( ३५७ )
वांस
( ३१५ )
कमल
( १७० )
पगचंपी
(७) चुल्लनप्पो
(६१८)
चाचा
(८) धरणिगोचर
( २०६ )
स्थलचर मनुष्य
(९) पहरअ
( ३७४ )
पहरेदार
(१०) भइह
( ७२० )
माजी, पदभ्रष्ट
(११) वृत्ताणत्तय
( ३१५ )
नौकरी
विविध प्रतियों परसे पं. नगीनदास के. शाह के द्वारा तैयार किये गये सोमप्रभाचार्यकृत 'सुमतिनाथचरित्र' का समीक्षित पाठ एवं भाषान्तर आदि की प्रेस - नकल का प्रस्तुत लेख में उपयोग किया गया है जिसके लिए मैं उनका आभारी हूँ ।
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