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१९२० : गुजराती साहित्य-सम्मेलन के अवसर पर रवीन्द्रनाथ ठाकुर का अहमदाबाद आगमन । उस समय
उनके विषय में गुजराती में लेख लिखा। (पहला गुजराती लेख) गुजरात राजनैतिक परिषद्, अहमदाबाद। १६ जुलाई, विद्यापीठ की स्थापना का प्रस्ताव। नागपुर-कांग्रेस । अजन्ता की गुफाएं
देखीं। १९२१ : अहमदाबाद की खादी-कांग्रेस; कला-प्रदर्शनी की रचना। १९२२ : 'यंग इण्डिया', 'नवजीवन' के मुकदमे। गांधीजी को छः वर्ष की सजा। 'नवजीवन' में काका
साहेब का प्रथम अग्रलेख । ४ जून, 'बारडोली का कार्यक्रम'। पुरातत्व-मन्दिर द्वारा 'उपनिषद्
पाठावली' प्रकाशित। १९२३ : महादेवभाई इलाहाबाद जेल से वापस आये । 'नवजीवन' में प्रकाशित लेखों के कारण धारा १२४
(अ) का अभियोग और एक वर्ष की सजा। जेल-यात्रा के दिनों में हिन्दू-मुस्लिम दंगे शुरू।
सितम्बर में दिल्ली में कांग्रेस का विशेष अधिवेशन । १९२४ : एक साल जेल में रहने के बाद बाहर। बनाररस में शिक्षा परिषद् का अधिवेशन । ५ फरवरी,
गांधीजी जेल से मुक्त । काकासाहेब उनसे पहले छुट चुके थे। १३ मई, बोरसद राजनैतिक-परिषद् के सभापति । २५ जून, अहमदाबाद में अखिल भारत कांग्रेस-कमेटी की बैठक । पत्रकार परिषद् में निवन्ध पढ़ा-'पत्रकार की दीक्षा'। बेलगाम कांग्रेस--गांधीजी के सभापतित्व में। सफाई काम
की देखरेख। १९२५ : आरोग्य की खोज ने-चिंचवड़, सिंहगढ़ आदि। १९२७ : गांधीजी के साथ दक्षिण भारत और श्रीलंका की यात्रा। १९२८ : विद्यापीठ का पुनर्गठन : काकासाहेब विद्यापीठ के कुलनायक बने और उसके काम का सारा दायित्व
संभाला। १९२६ : विद्यापीठ द्वारा गुजराती भाषा के 'जोड़नी कोश' का प्रकाशन । १९३० : २६ जनवरी, स्वतंत्रता दिवस की प्रतिज्ञा–'धन्यघड़ी' । दांडी-कूच- । विद्यापीठ एक छावनी में
बदला। विद्यापीठ में राष्ट्रीय शिक्षा-सम्मेलन और छात्रालय सम्मेलन। तलेगांव में सातवीं महाराष्ट्रीय राष्ट्रीय-शिक्षा-परिषद् के सभापति । आणन्द में मुकदमा चला। सजा हुई। गांधीजी के
साथ यरवदा जेल में । जेल से छूटे। १९३१ : स्वराज्य-विद्यालय और अन्य प्रवृत्तियां । १९३२ : स्वराज्य-संग्राम । ५ जनवरी को गिरफ्तारी। साबरमती तथा हिंडलगा जेल । 'हिंडलग्याचा प्रसाद'
(मराठी) लिखवाया। १९३३ : पुनः पकड़े गये । हैदराबाद जेल में श्री डांगे के साथ । उन्हें मराठी में 'गीताधर्म' लिखवाया। १९३४ : जेल से छूटे। १९३५ : २० अप्रैल, हिन्दी साहित्य-सम्मेलन, इन्दौर। लिपि-सुधार समिति के अध्यक्ष। १९३६ : बारहवां गुजराती साहित्य सम्मेलन-कला-विभाग के सभापति । गांधीजी सम्मेलन के अध्यक्ष ।
नागपुर में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् । नवजीवन ने काकासाहेब के गुजराती लेखों के विषय
वार संग्रह प्रकाशित करने शुरू किये। इसी साल 'जीवन-विकास' ग्रंथ छपा। १९३७: वर्धा में अखिल भारत शिक्षा-परिषद्-नया समन्वय । वर्धा-शिक्षा-योजना की समिति के सदस्य
मद्रास में अखिल भारतीय साहित्य-परिषद् की दूसरी बैठक ।
परिशिष्ट | ३११