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शुभेच्छा
ફૂંક્યો છે. અના સેવક, કઠોર પરિશ્રમી, નિઃસ્વાર્થ ભાવસભર માનવીના કાર્યોના મૂલ્યાંકન સબબ ‘અભિનંદન ગ્રંથ'નું પ્રકાશન સાંપ્રત યુગનું સ્તુત્ય ચરણ બની રહેશે. લાંબુ આયુષ્ય ભોગવી તેઓ સદ્કાર્યોને પ્રેરિત डरता रहे मे ४ सल्यर्थना....... डॉ. अब्दुसरशी थे. शेज પ્રાચાર્ય- શામળદાસ આર્ટ્સ કોલેજ, ભાવનગર
Devoted Personality
It is heartening to learn from your letter that Dr. Shekhar Chandra Jain is being honoured by the World Jain Society, and an Abhinandan Granth is to be brought out acknowledging the life long services of Dr. Jain to the Jain society in particular and the entire society in general. His 50 years incessant service as teacher from Primary school to Higher education college teacher and Principal and then as a scholar of Jain Philosophy, preaching human values in the Jainism, is a remarkable and commendable work.
When we honour a person, we do not honour an individual, but we recognise with reverance his devotion to the area of his choice, his dedication to the work and his contribution to the society in particular and the country in general.
He lives his life with dignity as a good son, a succesful father, a friend in need and revered teacher and preacher.
I wish all the success to the praiseworthy efforts of Abhinandan Samiti.
I wish Dr. Shekhar Chandra Jain, a healthy and purposeful long life.
Dharma Vijay Pandit (Ahmedabad) Secretary General, AIFTO
■ शुभकामना
आंतर-राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान, वक्ता एवं समाज सेवक डॉ. शेखरचन्द्रजी जैन के सामाजिक, धार्मिक एवं शैक्षणिक कार्यों के लिये उनका अभिनंदन करके हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अभिनंदन समिति का यह कार्य एक प्रशंसनीय कदम है। अभिनंदन ग्रंथ का प्रकाशन तथा उनके जीवन- कवन तथा क्रिया कलापों का लेखा जोखा आनेवाली पीढ़ी का मार्गदर्शक बनेगा तथा उन्हें उनके आदर्शो पर चलने की प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर मैं उनके कार्यों की सराहना करते हुये अभिनंदन समिति के प्रयासों सराहना करता । हूँ। इन कार्यों की सफलता के लिये मेरी एवं मेरे परिवार की हार्दिक शुभकामनायें हैं।
सुखनंदकुमार जैन 'प्रशांत' (अहमदाबाद )
शुभकामना
आदरणीय डॉ. शेखरचन्द्र जैन जी, जो कि जैन जगत के जाने माने एवं प्रसिद्धि प्राप्त गणमान्य विद्वान हैं, 1 आपने आर्यिका रत्न श्री ज्ञानमती माताजी के शिक्षण शिविरों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है, आपकी ओजस्वी लेखनी द्वारा जैन समाज को अपार ज्ञान प्राप्त हुआ है । आशा है आप लम्बे समय तक दीर्घ जीवन के साथ यशस्वी पथ प्रदर्शक बनकर जैन समाज का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
श्री कैलाशचन्द्र जैन सर्राफ (लखनऊ)