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३.
४.
५.
६.
७.
८.
48.
१०.
११.
१२.
१३.
१४.
१५.
१६.
१७.
फ१८.
क्रम
१.
२.
३.
४.
५५.
६.
७.
८.
क्रम
१.
२.
३.
क्रम
१.
अनेकांत वादप्रवेश
अनेकांत सिद्धि
तत्त्वार्थसूत्र डुपडुपिका लघुवृत्ति
द्विजवदन चपेटा
धर्मसंग्रहणी •
न्याय प्रवेशक शिष्यहिता टीका (मूल - दिग्नागकृत)
न्यायविनिश्चय
न्यायावर वृत्
ब्रह्म सिद्धांत समुच्चय ( नामप्रदाता : मु. पुण्य वि . ) लोकतत्त्वनिर्णय (नृतत्व निगम)
वेदबाह्यता निराकरण
शास्त्रवार्तासमुच्चय (स्वोपज्ञ) •
शास्त्रवार्ता समुच्चय 'दिक्प्रदा' टीका •
षड्दर्शन समुच्चय •
सर्वज्ञसिद्धि (स्वोपज्ञ सटीक ) • स्याद्वाद कुचोद्य परिहार
नाम
योगदृष्टि समुच्चय (स्वोपज्ञ) • योगदृष्टि समुच्चय-वृत्ति
·
योग बिंदु (स्वोपज्ञ)
योगबिंदु वृत्
•
•
यो निर्णय
योगविंशिका (प्रा.) (विंशति विंशिका अन्तर्गत)
योग शतक (प्रा.) स्वोपज्ञ सटीक
षोडशक प्रकरण •
नाम
धूर्ताख्यान (प्रा.) •
समरादित्य चरित्र (प्रा.) •
वीरांगद कथा
योग
नाम
लग्नशुद्धि - लग्न कुण्डलिका (प्रा.) •
कथा
ज्योतिष
સુનંદાબહેન વોહોરા
७२०
१९३६
५००
२०१३
४२३
१४१
७०० २२५०
८१
१३०
श्लोक
२२६
१११५
५२१
३६२०
८
१०१
३३०
श्लोक
४८५
१००००
८- पत्र
श्लोक
२३३